बचपन में जब बच्चे पढ़ाई से भागते हैं उस समय अभिभावकों की तरफ से एक बात अक्सर सुनने को मिलती है कि पढ़ोगे नहीं तो चाय बेचनी पड़ेगी। आज यही चाय की दुकान पूरे युवाओं के लिए ब्रांडेड बिजनेस बनता जा रहा है। युवा केंद्रीय यूनिवर्सिटी से बड़ी-बड़ी डिग्रियां हासिल कर चाय की दुकान खोल रहे हैं।
जिसकी शुरुआत MBA चाय वाले ने की, उसके बाद ग्रेजुएट चायवाला , पोस्ट ग्रेजुएट चायवाला, MBBS चाय इत्यादि के नाम चल ही रहा था। इस दौड़ में एक और नया नाम इसमें जुड़ गया है। अब खुद को लॉकअप में बंद कर के चाय पीने की दुकान खुल गई है।
आमतौर पर कोई भी व्यक्ति जेल में नहीं जाना चाहता है लेकिन कैदी चाय वाला के दुकान का लुक देखकर हर कोई इसकी गिरफ्त में आना चाहता है। लोग बड़े आराम से चाय की चुस्कियां ले रहे हैं। जैसे ही दुकान में प्रवेश करते हैं तो अंदर जेल का लुक दिखाई देता है। जेल जैसी ही इस दुकान में लोहे की ग्रिल लगी हुईं हैं। ऑर्डर करने पर चाय सलाखों के अंदर बैठे लोगों तक पहुंचती है।
इस अद्भुत तरीके की शुरुआत बिहार के मुजफ्फरपुर में किया गया है। जी हाँ, मुजफ्फरपुर के लोग आजकल जेल में बैठ कर चाय की चुसकियां ले रहे हैं। MBA कर चुके बिट्टू ने जेल का लुक देते हुए चाय की दुकान खोली है। यह दुकान देखने में पूरी तरह से जेल के लॉकअप की तरह दिखती है।
दुकान के मालिक बिट्टू कुमार ने बताया कि वह MBA कर चुके हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद उनका कुछ अलग करने का मन हुआ और इसी वजह से उन्होंने इस तरह की चाय की दुकान की शुरुआत की।
बिट्टू का कहना है कि वह काफी दिनों से चाय दुकान खोलने के बारे में सोच रहा था। इसको लेकर कोई नए कांसेप्ट की तलाश कर रहा था। उसी दौरान यह आइडिया मिला कि जेल के जैसा लुक देकर दुकान खोलूं।