कैरोलिन आर बर्टोजी, मोर्टन मेल्डल और के. बैरी शार्पलेस को संयुक्त रूप से रसायन विज्ञान नोबेल पुरस्कार दिया गया है। तीनों को ‘क्लिक केमिस्ट्री’ में उनके काम के लिए सम्मानित किया गया है।
दरअसल, उनका ये काम कैंसर जैसी घातक बीमारी के इलाज सहित चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में बहुत ही उपयोगी है। बर्टोजी कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से हैं, शार्पलेस कैलिफोर्निया स्थित स्क्रिप्स रिसर्च से संबद्ध हैं और मेल्डल कोपेनहेगन विश्वविद्यालय डेनमार्क में हैं।
केमिस्ट्री साइंस में कठिन प्रक्रियाओं को आसान बनाने के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाता है। जैसा कि क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल में हुआ है। यह केमिस्ट्री को फंक्शनलिज्म के युग में ले गया है।
साल 1901 से शुरू हुआ नोबेल पुरस्कारों का सिलसिला
पहला नोबेल पुरस्कार साल 1901 में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मेडिसिन, लिटरेचर और शांति के क्षेत्र में दिए गए थे। यह अल्फ्रेड नोबेल की पांचवी पुण्यतिथि थी। नोबेल स्टॉकहोम में 1833 में पैदा हुए थे। उनके पिता युद्ध के शस्त्र बनाने का काम करते थे। आगे चलकर नोबल भी रसायन शास्त्र के बड़े वैज्ञानिक हुए। साल 1867 में उन्होंने अत्यंत विस्फोटक डायनामाइट का अविष्कार किया था। 10 दिसंबर 1896 को इटली के सौन रेमो में नोबेल का देहांत हो गया।
वहीं फिजिक्स का नोबेल एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन जिलिंगर को मिला है। बता दें कि नोबेल वीक 10 अक्टूबर तक चलेगा। 7 दिन में कुल 6 प्राइज अनाउंस होते हैं। सबसे आखिर में 10 अक्टूबर को इकोनॉमिक्स कैटेगरी का प्राइज अनाउंस किया जाएगा।