बीते 16 मार्च 2023 को रात 10:00 बजे से शुरू हुई विद्युत कर्मियों की 72 घंटे की कार्य बहिष्कार हड़ताल को 3:00 बजे से पूरी तरह से बिना शर्त वापस लेने की घोषणा विद्युत संघर्ष समिति ने की और 03 दिनों से चली आ रही हड़ताल आज पूरी तरह से समाप्त हो गई। हड़ताल को 19 मार्च को रात 10 बजे 72 घंटे पूरे होने थे।
रविवार को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेताओं ने बैठक कर आगे की रणनीति तय की। बैठक के बाद समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने ये जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को हम हाईकोर्ट में पेश होकर अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार से बातचीत के रास्ते अभी खुले हुए हैं।
शैलेंद्र दुबे ने कहा, सरकार ने जिन 3000 बिजली कर्मचारियों को नौकरी से बाहर किया है। उनको वापस लिया जाएगा। इसके अलावा, 22 लोगों पर एस्मा लगाया था, 29 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। इसे भी सरकार वापस लेगी। यह हड़ताल ऊर्जा मंत्री के आश्वासन और हाईकोर्ट के सम्मान में वापस हुई है।
ऊर्जा मंत्री ऐके शर्मा ने कहा, विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के पिछली विशेष वार्ता दिसम्बर महीने हुई थी। दिसम्बर महीने में हड़ताल का अल्टीमेटम हुआ था। बातचीत करके हड़ताल खत्म कराया गया। दिसम्बर में समझौता हुआ था उनके कुछ बिंदु पर सहमति थी इसी बीच हड़ताल का ऐलान हुआ। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का धन्यवाद देता हूँ कि हमारी भावनाओ मुख्यमंत्री की भावनाओ का सम्मान रखा गया।
उन्होंने कहा कि हड़ताल एक दिन पहले वापस लिया है। कर्मचारी तुरंत कार्यभार संभालेंगे आशा करता हूँ। जहां समस्या हुई है उसे तत्काल दूर किया जाय। हमने कहा है कि उनकी मांगों को लेकर पूरा प्रबंधन सतर्क है बातचीत करके किया जाएगा। मुकदमे वापस लिए जाने के लिए चेयरमैन निर्देश दिया है।