कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन पवन खेड़ा को दिल्ली एयरपोर्ट पर आज गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें द्वारका कोर्ट से ज़मानत मिल गई।
दरअसल पवन खेड़ा इंडिगो की फ्लाइट 6E-204 से कांग्रेस के अधिवेशन में शामिल होने के लिए रायपुर जा रहे थे। तभी दोपहर करीब 12 बजे पुलिस ने उन्हें फ्लाइट से नीचे उतार दिया। उनके साथ अन्य कांग्रेस नेता भी मौजूद थे जिनमें रणदीप सिंह सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल सुप्रिया श्रीनेत, इमरान प्रतापगढ़ी शामिल थे।
दरअसल वरिष्ठ वकील अभिषेक मनुसिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट से पवन खेड़ा की गिरफ्तारी पर रोक लगाने और कई राज्यों में दर्ज मुकदमों को एकसाथ जोड़कर रोक लगाने की मांग की थी। सिंघवी की इस मांग पर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने टिप्पणी करते हुए कहा कि ठीक है हम सारी FIR एक जगह कर देते हैं।
इसमें उनके खिलाफ दर्ज तीनों FIR को एक जगह क्लब करने का आदेश दिया गया है। हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है कि इनपर एकसाथ किस कोर्ट में सुनवाई होगी।
पवन खेड़ा जमानत पर बाहर आने के बाद बोले- मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है। मैं संघर्ष करता रहूंगा। मामला कोर्ट में है, इसलिए कुछ नहीं कहूंगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, विपक्ष संसद में मुद्दे उठाए तो नोटिस दिया जाता है। महाधिवेशन के पहले छतीसगढ़ के हमारे नेताओं पर ED का रेड कराया जाता है। आज मीडिया चेयरमैन को जहाज़ से ज़बरदस्ती उतारकर गिरफ़्तार किया गया। भारत के लोकतंत्र को मोदी सरकार ने हिटलरशाही बना दिया। हम इस तानाशाही की घोर निंदा करते हैं।
बता दें कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर उन्होंने कहा था, ‘जब अटल बिहारी वाजपेयी जेपीसी बना सकते हैं तो नरेंद्र गौतमदास मोदी को क्या समस्या है।’ अपने बयान में उन्होंने नरेंद्र दामोदरदास मोदी को गौतमदास मोदी कहा था। इसके बाद उन्होंने आसपास खड़े लोगों से पूछा गौतम दास है या दामोदरदास। इसके बाद उन्होंने कहा कि नाम भले ही दामोदर दास है। उनका काम गौतमदास का है।