गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को सुदर्शन न्यूज टीवी के स्थानीय संपादक मुकेश कुमार को नूंह हिंसा के संबंध में कथित तौर पर “भ्रामक और झूठी जानकारी ट्वीट करने” के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, कथित तौर पर 8 अगस्त को ट्विटर हैंडल एक ट्वीट पोस्ट किया गया था जो ” आधारहीन, झूठा और भ्रामक ” था।
वहीं, न्यूज चैनल ने इस आतंकवादी पर प्रेस की आजादी पर हमले के बारे में बताया है। बता दें कि इससे पहले चैनल का कहना था कि मुकेश कुमार कुछ बदमाश लेकर गए हैं। बाद में पुलिस द्वारा इस संबंध में मुकेश कुमार की गिरफ्तारी की बात कही गई।
इस मुद्दे पर गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर मुकेश कुमार की पोस्ट को आधारहीन, झूठा और भ्रामक बताया। इसने कहा कि साइबर अपराध थाने में पत्रकार के खिलाफ आईटी अधिनियम की संबंधित धारा और अन्य धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके बाद उन्हें शुक्रवार देर शाम अरेस्ट कर लिया है।
गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि उसे साइबर क्राइम, ईस्ट पुलिस स्टेशन द्वारा गिरफ्तार किया गया था। 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद के जुलूस के दौरान भड़की नूंह सांप्रदायिक हिंसा में छह लोग मारे गए थे।कुमार के खिलाफ 9 अगस्त को आईपीसी की धारा 153बी, 401, 469 और 505 (1) (सी) और आईटी अधिनियम की धारा 66-सी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
नवजीवन के अनुसार मुकेश कुमार ने कथित तौर पर ट्वीट किया था कि गुरुग्राम पुलिस आयुक्त को अल जजीरा समाचार चैनल से फोन आया था और उन पर हिंदुओं के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि फोन आने के बाद वह इतने दबाव में आ गईं कि उन्होंने हिंदुत्व संगठनों के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी।