भारत के प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 22 जून को वाशिंगटन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संयुक्त रूप से पाकिस्तान को आतंकवादियों पर कार्रवाई करने को कहा था। इसके अलावा पठानकोट और मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में शामिल दोषियों को सजा देने की मांग की थी। इस बयान के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने प्रतिक्रिया दी है।
इस बयान से बौखलाए पाक रक्षा मंत्री ने कहा कि अगली बार जब वह गुजरात के कसाई को बुलाएं तो इन तथ्यों पर भी उन्हें विचार करना चाहिए। घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, ख्वाजा आसिफ ने कहा कि यह विडंबनापूर्ण है कि यह बयान उस व्यक्ति की यात्रा के दौरान जारी किया गया था, जिसके गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए मुसलमानों का नरसंहार हुआ और उस पर अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवाद से सबसे ज्यादा नुकसान पाकिस्तान का हुआ है। उन्होंने कहा, इस क्षेत्र में असफल अमेरिकी हस्तक्षेप के कारण, पाकिस्तान ने अनगिनत लोगों की जान गंवाई, और दशकों से लगातार आतंकवाद से लड़ रहा है।
डॉन अखबार की वाशिंगटन से जारी एक खबर में कहा गया है कि संयुक्त बयान में प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान किया गया है।
गौरतलब है कि पीएम मोदी के दौरे के दौरान अमेरिका और भारत के बीच हुई डिफेंस डील काफी अहम है। भारत, अमेरिका से 31 MQ9 रीपर ड्रोन खरीदने जा रहा है। इनकी कीमत लगभग 25 हजार करोड़ रुपये है। इसे दुनिया का सबसे खतरनाक ड्रोन कहा जाता है। MQ9 रीपर ड्रोन 24 घंटे से ज्यादा वक्त तक 50 हजार फीट की हाइट पर सबकी नजरों से ओझल होकर उड़ सकता है। यह सेकंडों में दुश्मन को तबाह कर सकता है।