दौसा में पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने CM अशोक गहलोत पर तंज कसा। पिछले दिनों अशोक गहलोत ने महंगाई राहत शिविर की सभा में कहा था कि पेपर लीक होने पर दुनिया के किसी मुल्क में बेरोजगारों को मुआवजा नहीं दिया जाता है। गहलोत ने पायलट की मांगों पर कहा था कि ऐसी मांगे तो वही कर सकता है जो मानसिक रूप से दिवालिया हो।
सचिन पायलट ने कहा, अगर हम गरीबों की मदद करें तो केंद्र के नेता कहते हैं कि खजाने का दिवाला निकल जाएगा और यहां लोग कहते हैं कि नौजवानों की मदद की तो मानसिक दिवालियापन हो जाएगा। अगर हमने कोई मांग उठाई है तो वो लोगों के लिए है।
सचिन पायलट ने कहा कि मुझे 22 साल की राजनीति कर रहा हूं। हमने यही कोशिश की कि देश प्रदेश की राजनीति स्वच्छ हो। इसमें युवाओं को मौका मिले। हम चाहते है कि किसान और युवा को फायदा मिले। राजनीति के भविष्य को भी इसी तरह देखते हैं। लेकिन जब निराशा दिखती है तो मन नहीं करता आगे कुछ करने का। आप लोग सब जानते हैं कि चाहे पक्ष हो या विपक्ष मैंने हमेशा युवा और किसान की उन्थान के लिए ही काम किया है।
सचिन पायलट ने कहा कि राजनीति में करप्शन की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। नेता को विपरीत हालात में भी सच बोलना चाहिए। आज नहीं तो कल न्याय मिलेगा ही मिलेगा। सचिन पायलट ने आगे कहा कि कोटा में बच्चों की मौत की संख्या बढ़ रही थी, इसके बाद वहां बच्चों का शानदार अस्पताल बनाया गया।
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच चल रही सियासी खींचतान का पार्टी ने अपने स्तर पर निस्तारण करने का प्रयास किया था। कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पायलट और गहलोत की राहुल गांधी के साथ हुई मुलाकात के बाद मीडिया के सामने दावा किया था कि सुलह का फॉर्मूला निकाल लिया गया है। उसके बाद दोनों नेताओं को एक साथ मीडिया के सामने लाया गया था।