तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले की खबर पर बिहार में खूब राजनीति हुई। दोनों राज्यों के पक्ष विपक्ष बयान बाज़ी कर रहे हैं साथ अफवाहों का बाज़ार भी गर्म है। इस पूरे मामले में CM नीतीश कुमार और डिप्टी CM तेजस्वी यादव बहुत सक्रिय दिखाई दिए।
एक तरफ जहां बिहार पुलिस और तमिलनाडु पुलिस इसे फेक खबर बताती रही तो वहीं मजदूरों के बयानों के आधार पर मीडिया पर ‘बिहारी मजदूरों पर हमले’ से जुड़ी कई रिपोर्ट्स छापी गईं। बिहार पुलिस ने फेक न्यूज ना फैलाने की चेतावनी दी थी और अब कई पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिसमें मनीष कश्यप का नाम भी शामिल है।
मनीष कश्यप ने कहा कि अख़बार की खबर, विधानसभा में हंगामा, मजदूरों के बयान और वायरल वीडियो को साक्ष्य नहीं मान सकते तो क्या हम तेजस्वी यादव के बात को साक्ष्य मानेंगे? उन्होंने तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि वो विपक्ष में रहते हुए पुलिस के खिलाफ क्या क्या बोलते थे?
जनसत्ता के अनुसार मनीष कश्यप ने आगे FIR को लेकर कहा कि आप मुझे गिरफ्तार करवाइए तेजस्वी यादव जी, मैं भी कहता हूं कि 2025 में सीएम नहीं बनने दूंगा, ये वादा करता हूं। मनीष ने कहा कि मैंने सीएम योगी के घर के सामने खड़ा होकर वीडियो बनाया था लेकिन कोई कार्रवाई मेरे ऊपर नहीं हुई लेकिन अगर ऐसा आपके घर के सामने कर दूं तो उसी समय जेल में डलवा देंगे।
बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि आर्थिक आपराधिक इकाई को जांच के दौरान तीस भ्रामक वीडियो, लिंक, एसएमएस और पोस्ट प्राप्त हुई है।उन्होंने बताया कि उकसाने वाले भ्रामक वीडियो और न्यूज के आधार पर चार नामजद व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें अमन कुमार नामक अभियुक्त को गिरफ्तार भी किया गया है।
बता दें कि बीते दिनों तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई को लेकर बिहार के अंदर विवाद मचा हुआ है। राज्य में तरह-तरह की वीडियो वायरल हो रही है। इन सभी वीडियों में एक ग्रुप लोगों की पिटाई करता दिख रहा है। इन्हीं वीडियो में से एक वीडियो मनीष कश्यप ने अपने यूट्यूब चैनल पर वायरल कर दी। पुलिस के अनुसार जब वीडियो की जांच हुई तो वो वीडियो फर्जी साबित हुई। पुलिस ने इसी आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।