उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों के मुद्दे पर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह लोग कोविड 19 के लिए देश की लड़ाई को कमजोर करने में लगे हैं।
निहित स्वार्थों के चलते यह लोग मज़दूरो के नाम पर केवल राजनीति कर रहे हैं। यह अभद्र आचरण है। देश की जनता विपक्ष के नकारात्मक रवैये पर जवाब देगी।
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सीएम योगी ने मंगलवार को मीडिया से यह बात कही। सीएम योगी ने कहा कि पहले चरण में 27 से 29 मार्च के बीच हमने 6।5 लाख से ज्यादा श्रमिकों को वापस प्रदेश लाए हैं और उनके उपचार और भोजन की व्यवस्था की।
वहीं, दूसरे दसरे चरण में (पिछले 3 दिनों में) 50 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिकों को वापस लाया गया है। इस सभी लोगों की मेडिकल जांच की गई। सरकार ने इनके खाने और रहने की व्यवस्था की। सरकार अपने सभी नागरिकों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहली बार आपदा के समय एक बड़ा राहत पैकेज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत घोषित हुआ।
जो लोग अपने शासन काल में गरीबों, महिलाओं का कल्याणकारी योजनाओं का पैसा हड़प जाते थे, आज जब यह पैसा उन गरीबों के खाते में पहुंच रहा है तो उनकी बौखलाहट स्पष्ट दिखाई देती है। असल में घोटाला करने वाले परेशान हैं।
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में 14 लाख मनरेगा मजदूरों को काम दिया गया है। इसके अलावा वापस लौटे 6।5 लाख प्रवासी मजदूरों का भी ख्याल रखा जा रहा है।
2.34 करोड़ किसानों के खाते में 2-2 हजार रुपए आ चुके हैं। 3.26 करोड़ महिलाओं के जन-धन अकाउंट में 1630 करोड़ रुपए की पहली किश्त अप्रैल और 1630 करोड़ की धनराशि मई महीने में आ चुकी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1.47 करोड़ परिवारों को निशुल्क रसोई गैस के सिलेंडर उपलब्ध करवाए गए हैं।
18 करोड़ गरीबों को 2 बार राशन बांटा जा चुका है और तीसरी बार बंटने जा रहा है। 30 लाख से अधिक दिहाड़ी मजदूर और गरीब लोगों को सरकार 1000 रुपए का भरण-पोषण भत्ता और मुफ्त खाद्यान्न दे रही है।