विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत की नोएडा बेस्ड कंपनी के बनाए गए दो कफ सिरप को लेकर अलर्ट जारी किया है। WHO ने कहा कि उज्बेकिस्तान में इन कफ सिरप का इस्तेमाल बच्चों के लिए तत्काल प्रभाव से बंद कर देना चाहिए। WHO ने बुधवार को मेडिकल प्रोडक्ट पर अलर्ट जारी किया है।
बता दें कि बीते साल दिसंबर में उज्बेकिस्तान के अधिकारियों ने दावा किया था कि कफ सिरप पीने से 18 बच्चों की मौत हो गई है। उज्बेकिस्तान की सरकार ने बच्चों की मौत के लिए भारत की एक दवा कंपनी को जिम्मेदार ठहराया था।
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी WHO ने अलर्ट जारी कर कहा है कि यह घटिया उत्पाद असुरक्षित हैं और विशेष रूप से बच्चों में उनके उपयोग से गंभीर बीमारी या मृत्यु हो सकती है। 22 दिसंबर को उज्बेकिस्तान ने आरोप लगाया कि मैरियन बायोटेक कंपनी द्वारा निर्मित दवाओं का सेवन करने से वहां 18 बच्चों की मौत हो गई।
उज़्बेकिस्तान में कफ सिरप से जुड़ा यह मामला पहली बार पिछले महीने आया था। उज़्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया था कि एक भारतीय दवा कंपनी द्वारा निर्मित दवाओं का सेवन करने के बाद देश में कम से कम 18 बच्चों की जान चली गई। उज़्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि मरने वाले बच्चों ने नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित डॉक-1 मैक्स सिरप का सेवन किया था।
उज्बेकिस्तान में 19 बच्चों की हुई मौत को नोएडा स्थित दवा निर्माता की सिरप से जोड़ने के दावे के बाद भारत सरकार इसकी जांच करवा रही है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन के सूत्रों ने बताया था कि इस खास सिरप को फिलहाल भारतीय मार्केट में नहीं बेचा जा रहा है।