नयी दिल्ली: राज्यसभा की 19 सीटों के शुक्रवार को हुए चुनाव के नतीजे राज्य सभा चुनाव आ गए हैं। लंबे समय से संसद से दूर चल रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) नेता शिबू सोरेन और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा की वापसी हुई है। वहीं, ज्योतिरादित्य पहली बार बीजेपी से राज्यसभा पहुंचे हैं।
इसके अलावा राजस्थान से कांग्रेस के नीरज डांगी, केसी वेणुगोपाल जैसे नेता पहली बार राज्यसभा पहुंचे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह भी मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक से निर्विरोध चुने गए हैं।
आंध्र प्रदेश की चारों ही सीटों पर सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस के उम्मीदवारों की जीत हुई है। मणिपुर में बीजेपी की सरकार अल्पमत में होने के बावजूद वह इकलौती सीट पर जीत गई है। राजस्थान राज्य सभा चुनाव में तीन सीटों पर हुए चुनाव में दो पर कांग्रेस और एक पर बीजेपी को जीत हासिल हुई है।
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इन 19 सीटों के अलावा अरुणाचल प्रदेश की एक और कर्नाटक की चार सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन पूरा हो गया था। आइए पूरे विस्तार से जानते हैं, कौन सी सीट पर किसे जीत हासिल हुई है:-
कर्नाटक: एच डी देवगौड़ा भी पहुंचे राज्यसभा
जनता दल (सेक्युलर) के नेता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा भी राज्यसभा पहुंच गए हैं। कांग्रेस के सहयोग से ही उनका राज्यसभा पहुंचना संभव हुआ है। बीजेपी ने भी उनके नाम पर सहयोग की भावना दिखाई और राज्य में अपना तीसरा उम्मीदवार नहीं उतारा। यही कारण है कि कर्नाटक में एक भी सीट पर चुनाव कराने की नौबत ही नहीं आई।
कर्नाटक: कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे भी बरकरार
लोकसभा में कांग्रेस के नेता रहे मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस ने इस बार कर्नाटक से राज्यसभा भेजा है। लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े मल्लिकार्जुन खड़गे पहले कर्नाटक सरकार में फिर केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे हैं। केंद्र में वह रेल मंत्रालय जैसी अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वर्तमान में वह कांग्रेस के महासचिव हैं।
कर्नाटक: बीजेपी के इरन्ना कड़ाड़ी भी पहुंचे राज्यसभा
कर्नाटक की एक भी सीट के लिए वोटिंग नहीं हुई। दो सीटों पर बीजेपी के उम्मीद चुने गए। बीजेपी ने इरन्ना कड़ाड़ी को मौका दिया है। वह लिंगायत समुदाय से जुड़े हुए हैं और बेलागावी जिले के रहने वाले हैं। इससे पहले वह बेलागावी में बीजेपी की जिला इकाई के मुखिया और जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
कर्नाटक: बीजेपी के अशोक गस्ती निर्विरोध
कर्नाटक में दो सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं। अशोक गस्ती उन्हीं में से एक हैं। अशोक गस्ती लंबे समय से पार्टी से जुड़े रहे हैं। वह जमीनी कार्यकर्ता के रूप में काफी दिन तक काम कर चुके हैं। वह रायचुर जिले के रहने वाले हैं और नाई समाज से संबंध रखते हैं।
एमपी: दिग्विजय सिंह भी जीते
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह भी राज्यसभा चुनाव में उतरे। राज्य की कुल तीन सीटों पर चुनाव हुए, जिसमें से एक सीट दिग्विजय सिंह के हिस्से आई। तीन में से दो सीटें बीजेपी के खाते में गईं और एक सीट पर कांग्रेस को जीत मिली।
एमपी: ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार राज्यसभा पहुंचे
लंबे समय तक कांग्रेस में रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ महीने पहले ही बीजेपी का दामन थाम लिया था। उनके खेमे के कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया और कमलनाथ की सरकार गिर गई। उसका इनाम बीजेपी ने सिंधिया को राज्यसभा सीट के रूप में दिया है। कहा जा रहा है कि उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री पद भी दिया जा सकता है।
एमपी: बीजेपी के सुमेर सिंह सोलंकी भी जीते
मध्य प्रदेश की तीसरी सीट बीजेपी के खाते में गई है। बीजेपी उम्मीदवार सुमेर सिंह सोलंकी को 55 वोट मिले। सोलंकी पेशे से प्रोफेसर हैं। जब उनके नाम की घोषणा हुई थी, तब वह सरकारी कॉलेज में कार्यरत थे। नाम की घोषणा के बाद उन्होंने सरकारी सेवा से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद नामांकन किया। सुमेर सिंह सोलंकी पूर्व सांसद माकन सिंह के भतीजे हैं। साथ ही वह संघ से जुड़े रहे हैं। साथ ही सोलंकी अनुसूचित जाति से आते हैं।
राजस्थान: केसी वेणुगोपाल भी जीते
कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल को राजस्थान से मैदान में उतारा था। बीजेपी ने कोशिश तो बहुत की लेकिन राज्य कांग्रेस के मैनेजमेंट के आगे उसकी एक न चली। कांग्रेस में काफी दिन से सक्रिय भूमिका निभा रहे के सी वेणुगोपाल पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं।
राजस्थान: कांग्रेस के नीरज डांगी का डेब्यू
राजस्थान की दूसरी सीट पर कांग्रेस के नीरज डांगी राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। नीरज डांगी को पारिवारिक रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का करीबी भी बताया जाता है। अपने युवा काल से ही नीरज डांगी ने यूथ कांग्रेस से अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत की थी। इसके बाद 2002 में राजस्थान यूथ कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट बने।
राजस्थान: बीजेपी के राजेंद्र गहलोत जीते
बीजेपी की ओर से राज्यसभा चुनाव के मैदान में राजेंद्र गहलोत को 54 मत मिले और मतगणना के बाद उन्हें विजयी घोषित कर दिया गया। राजेंद्र गहलोत प्रदेश बीजेपी के जमीनी नेता हैं और जोधपुर के जल भागीरथ के नाम से जाने जाते हैं। राजेन्द्र गहलोत प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के परम्परागत प्रतिद्वंदी रहे हैं। वे दो बार मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजेन्द्र गहलोत दोनों ही माली समाज से संबंध रखते हैं।
झारखंड से जीते बीजेपी के दीपक प्रकाश
झारखंड की सत्ता से बाहर हो चुकी बीजेपी ने भी राज्यसभा की एक सीट पर कब्जा जमा लिया है। पार्टी नेता दीपक प्रकाश को राज्यसभा के लिए चुना गया है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी इस सीट के लिए जोर लगाया था लेकिन आखिरी बाजी दीपक के हाथ लगी और वह राज्यसभा पहुंचने में कामयाब रहे।
शिबू सोरेन पहुंचे राज्यसभा
झारखंड की दो सीटों पर हुए चुनाव में एक पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) तो दूसरी पर भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार को जीत हासिल हुई है। झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन को राज्य में पार्टी की जीत का फायदा मिला है और वह भी राज्यसभा के लिए चुने गए हैं।
आंध्र प्रदेश में चारों सीटें जीती वाईएसआर कांग्रेस
आंध्र प्रदेश की चार राज्यसभा सीटों पर चुनाव हुए। सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस (वाईएसआरसीपी) ने चारों ही सीटों पर जीत हासिल कर ली है। राज्यसभा के लिए वाईएसआर कांग्रेस के परिमल नथवानी, मोपीदेवी वेंटकरमण, पिल्लई सुभाष चंद्र बोस और उद्योगपति अल्ला अयोध्या रामी रेड्डी चुने गए हैं।
मणिपुर में जीती बीजेपी
मणिपुर की इकलौती सीट पर बीजेपी ने बाजी मार ली है। राज्य सरकार के अल्पमत में होने के बावजूद बीजेपी कैंडिडेट लेसेम्बा सनाजओबा ने कांग्रेस के टी मांगी बाबू को हरा दिया। हाल ही में मणिपुर के डेप्युटी सीएम समेत कई बीजेपी विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य सरकार अल्पमत में आ गई है। इसके बाद आशंका जताई जा रही थी कि बीजेपी उम्मीदवार की जीत मुश्किल हो सकती है।
अरुणाचल में निर्विरोध चुने गए बीजेपी के नबाम रेबिया
अरुणाचल प्रदेश की इकलौती सीट पर बीजेपी उम्मीदवार नबाम रेबिया के खिलाफ किसी और उम्मीदवार ने पर्चा दाखिल नहीं किया था। इस स्थिति में पर्चा दाखिले की आखिरी तारीख को ही उन्हें निर्विरोध चुन लिया गया और इस सीट पर वोटिंग नहीं करवाई गई।
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मेघालय में एनपीपी उम्मीदवार की जीत
मेघालय में नैशनल पीपल्स पार्टी के उम्मीदवार डॉ. डब्ल्यू आर खारलुखी राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। मेघालय डेमोक्रैटिक अलायंस की सभी पार्टियों ने डॉ. खारलुखी का समर्थन किया था। इस जीत के बाद एनपीपी के अध्यक्ष और मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने डॉ. खारलुखी को बधाई दी है और गठबंधन सहयोगियों को धन्यवाद अर्पित किया है।
मिजोरम में जीती मिजो नैशनल फ्रंट
मिजोरम की इकलौती सीट पर राज्यसभा के लिए हुई रोचक जंग में मिजो नैशनल फ्रंट (एमएनएफ) को कामयबी मिली है। एमएनएफ के कैंडिडेट के वानलालवेना ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जोराम पीपल्स मूवमेंट के बी लालछानजोवा को हरा दिया। वानलालवेना को 39 में से 27 वोट मिले। मिजोरम के सीएम जोरामथंगा ने कहा कि एमएनएफ एनडीए का हिस्सा है इसलिए वानलालवेना राज्यसभा में सत्ता पक्ष के साथ बैठेंगे।