मणिपुर हिंसा और दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले को लेकर विपक्ष पीएम नरेन्द्र मोदी पर हमलावर है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी मणिपुर हिंसा हो लेकर निशाना साधा गया है। मणिपुर मामले में पीएम मोदी के मौन होने के बाद सामना में सवाल करते हुए लिखा गया कि कश्मीर फाइल्स की तरह ही क्या अब बीजेपी मणिपुर फाइल्स बनाकर देखेगी?
CM अशोक गहलोत ने आगे कहा, पीएम मोदी के बयान ने राजस्थान के स्वाभिमान पर चोट की है। मणिपुर को लेकर पीएम मोदी ने एक मीटिंग तक नहीं बुलाई है। उन्होंने कहा कि आज मणिपुर में क्या नहीं हो रहा है लेकिन पीएम मोदी ने चंद सेकेंड में अपना बयान देकर एक औपचारिकता पूरी कर दी। सीएम गहलोत ने ये भी कहा कि पीएम मोदी की लापरवाही के चलते आज मणिपुर में सबकुछ हो रहा है।
उन्होंने कहा- मणिपुर में बीजेपी की सरकार है। आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर वहां कांग्रेस की सरकार होती तो क्या होता? मणिपुर के सीएम ने खुद माना है कि वहां हजारों घटनाएं हुई हैं। मणिपुर में अनुमानित 3000 से 4000 FIR दर्ज की गई हैं और ये लोग मणिपुर की तुलना राजस्थान से कर रहे हैं। राजस्थान में छिटपुट घटनाएं हुई हैं, जिनकी तुलना मणिपुर से नहीं की जा सकती है।
गहलोत ने बीजेपी के ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान पर निशाना साधा। कहा- बीजेपी के ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान में कोई सच्चाई नहीं है। जनता बीजेपी को नहीं सहगी, क्योंकि जिस तरह से पिछले साढे़ 4 साल में निकम्मापन दिखाया है, उसकी वजह से आपको जनता नहीं सहेगी। मार्केटिंग में पीएम का मुकाबला कोई नहीं कर सकता। मार्केटिंग की वजह से ही उनका मामला चल रहा है। मोदी सीकर में पूरे देश भर के किसानों को डीबीटी करेंगे। राजस्थान में वे छठी बार आ रहे हैं।