नई दिल्ली: पीएम मोदी ने बृहस्पतिवार 30 अप्रैल को कोविड 19 महामारी के बीच अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिये स्थानीय निवेश बढ़ाने के साथ साथ अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करने के विभिन्न उपायों पर विस्तार से चर्चा की।
एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि बैठक में देश में तेज रफ्तार से निवेश लाने और भारतीय घरेलू क्षेत्र को बढ़ावा देने की विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा हुई।
इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल समेत अन्य लोग शामिल हुए।
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बयान में बताया गया कि निवेश आकर्षित करने के मामले में अधिक तत्परता दिखाने और अपनी अपनी रणनीतियां बनाने के लिये राज्यों का मागदर्शन करने पर भी बैठक में चर्चा की गई।
इस दौरान यह भी चर्चा की गयी कि विभिन्न मंत्रालयों द्वारा सुधारों को लागू करने की पहल को निरंतर जारी रखा जाना चाहिये।
इसके साथ ही निवेश एवं औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के मार्ग में मौजूद किसी भी बाधा को दूर करने के लिए समयबद्ध तरीके से ठोस कदम उठाये जाने चाहिए।
बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि देश में मौजूदा औद्योगिक भूमि, भूखंडों, परिसरों आदि में पहले से परखे क्षेत्रों की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए एक प्रोजेक्ट विकसित की जानी चाहिए और इन्हें जरूरी वित्तीय समर्थन भी उप लब्ध कराया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक के दौरान सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि निवेशकों को बनाए रखने, उनकी समस्याओं को देखने तथा उन्हें समयबद्ध तरीके से सभी आवश्यक केंद्रीय और राज्य मंजूरियां प्राप्त करने में मदद करने के हर संभव कदम सक्रियता से उठाये जाने चाहिए।
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पीएम मोदी ने बाद में एक ट्वीट के माध्यम से बताया कि बैठक में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों तरह के निवेश बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गयी। पीएम मोदी, ”भारत में सुधार की दिशा से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गयी ताकि आर्थिक वृद्धि को तेज किया जा सके।