भारत नेपाल के रिश्ते में तनाव अब सामने आने लगा। आए दिन नेपाल की तरफ से हरकतें करते रहा है। आज उत्तराखंड में ऐसा ही एक मामला सामने आया।
उत्तराखंड के धारचूला के घटखोला में काली नदी किनारे दीवार निर्माण के दौरान नेपाल की ओर से की गई पत्थरबाजी के कारण निर्माण कार्य में लगा नेपाली मूल का एक मजदूर घायल हो गया। मिनी स्टेडियम के पास भी मजदूरों पर पथराव किया गया।
नेपाली नागरिकों ने भारत-नेपाल को जोड़ने वाले अंतरराष्ट्रीय झूलापुल को बंद कर दिया। इससे दोनों तरफ चार बरातें फंस गईं। नेपाल की तरफ झूलापुल पर इकट्ठी भीड़ को खदेड़ने के लिए नेपाल पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें एक भारतीय रमेश कुटियाल को भी चोटें आईं।
दरअसल, धारचूला नेपाल और चीन के बीच का सीमावर्ती इलाका है। नेपाल की सीमा धारचूला से शुरू होती है। धारचूला में काली नदी के एक किनारे पर भारत है और नेपाल दूसरी तरफ है। काली नदी के आसपास सैकड़ों गांव हैं। इन गांवों में यातायात के लिए कई सस्पेंशन ब्रिज बनाए गए हैं। एसएसबी को भारत-नेपाल सीमा पर तैनात किया गया है।
आपको बता दें, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब नेपाल की तरफ से भारत के खिलाफ ऐसी नापाक हरकत की गई है, बल्कि इससे पहले भी इस तरह के प्रयास किए जा चुके हैं। ध्यान रहे, साल 2020 में भी नेपाल की तरफ से नक्शा जारी किया गया था, जिसमें लिंपियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को दिखाया गया था। यह तीनों ही इलाके उत्तराखंड में स्थित हैं। उत्तराखंड द्वारा जारी किए गए नक्शे के बाद भारत की तरफ से आपत्ति जताई गई थी।