नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरियाणा और यूपी सरकार से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के तहत आने वाले जिलों में राजधानी दिल्ली की तर्ज पर निजी अस्पतालों में सर्वे कराने को कहा है।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने गत 15 नवंबर को एक उच्च स्तरीय बैठक में दिल्ली के सभी निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमण के इलाज की सुविधाओं का आकलन करने के लिए कहा था। इन अस्पतालों का दौरा करने वाली टीमों ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट स्वास्थ्य महानिदेशालय को सौंप दी।
ये भी पढ़ें: कपिल सिब्बल ने कहा- गांधी परिवार के खिलाफ नहीं, मैं कार्यकर्ताओं की आवाज उठा रहा हूं
गृह मंत्री के निर्देश के बाद पिछले तीन दिनों में दिल्ली के अस्पतालों में 150 आईसीयू बेड बढ़ाएं गए हैं। केंद्रीय पुलिस बलों के अस्पतालों से दिल्ली बुलाए गए 75 डॉक्टरों और 251 चिकित्सा कर्मियों ने गुरुवार से छतरपुर स्थित कोरोना अस्पताल और शकूर बस्ती में बनाए गए रेलवे कोच अस्पताल में ड्यूटी जॉइन कर ली।
दिल्ली सरकार ने विभिन्न अस्पतालों से रोगियों को इन दोनों कोरोना देखभाल केंद्रों में रेफर करने के लिए कहा है। इसके साथ ही आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या को भी निरंतर बढ़ाया जा रहा है और इस महीने के अंत तक इस टेस्ट को 60,000 तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
दिल्ली में विकराल रूप धारण कर रहे कोरोना के मामलों के देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अब एक नया प्लान बनाया है। इस प्लान के तहत छतरपुर में स्थित सरदार पटेल कोरोना केयर सेंटर में 500 आइसोलेशन बेड्स को ऑक्सीजन सुविधा वाले बेड में परिवर्तित करेगा। ये बेड्स सप्ताह के आखिर तक तैयार होने होने की उम्मीद है।
ये भी पढ़ें : थ्रोबैक थर्सडे : भावना पांडे की अनदेखी तस्वीरें देखें, जब वह कॉलेजमें थी !
गृह मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली में कोरोना पर काबू पाने के लिए मोर्चा संभाल रहे गृह मंत्री अमित शाह की दिल्ली की स्थिति पर समीक्षा बैठक के बाद 18 नवंबर को 28,708 आरटी-पीसीआर टेस्ट किए गए थे और नवंबर के अंत तक आरटी-पीसीआर टेस्ट की क्षमता 60,000 प्रति दिन तक हो जाएगी।