नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। ये लोग गृहमंत्री अमित शाह के आवास के पास नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। बता दें इस कानून के विरोध में देश के कई अन्य हिस्सों में भी हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। दिल्ली में एहतियात बरतते हुए तीन मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुत्री शर्मिष्ठा ने ‘पीटीआई’ को बताया कि दिल्ली महिला कांग्रेस की करीब 50 अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया और मंदिर मार्ग पुलिस थाना ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि उन्होंने शाह के आवास के पास प्रदर्शन मार्च के दौरान शर्मिष्ठा और संगठन के कुछ अन्य सदस्यों को हिरासत में लिया।
वहीं दूसरी तरफ जामा मस्जिद इलाके में जुमे की नामाज पढ़ने के बाद लोगों ने शांतिपूर्वक नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध में प्रदर्शन किया। भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर भी इस समय वहां पर मौजूद हैं। इस समय पूरा प्रदर्शन शांतिपूर्वक चल रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर 3 मेट्रो चावरी बाजार, लाल क़िला और जामा मस्जिद के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी। इस दौरान जामा मस्जिद के बाहर भारी संख्या पुलिस बल तैनात है।
दिल्ली पुलिस पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा कि जामा मस्जिद में धारा 144 लागू नहीं है। यहां के लोग सहयोग कर रहे हैं और शांति चाहते हैं, दिल्ली पुलिस भी उसी के लिए काम कर रही है।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर लगी रोक के बावजूद गुरुवार को सड़कों पर उतरने के चलते सैकड़ों छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया गया, जबकि कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। बता दें कि दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों में धारा 144 भी लगाई गई थी।