नई दिल्ली: मुख्तार अब्बास नकवी ने अजमेर के दरगाह शरीफ ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 810वें वार्षिक उर्स के अवसर पर पीएम मोदी की ओर से चादर पेश की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की सूफियों की सोच, संतों के संस्कार और समाज के समावेशी सशक्तीकरण का संकल्प ही हिंदुस्तान को विश्व गुरु बनाने का मजबूत मंत्र है।
नकवी ने अजमेर दरगाह शरीफ में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 810वें वार्षिक उर्स के अवसर पर पीएम मोदी की ‘चादर’ पेश करते हुए बड़ी संख्या में उपस्थित समाज के सभी तबकों के लोगों को उनका संदेश पढ़कर सुनाया।
पीएम की तरफ से भेजी गई ‘चादर’ का वहां मौजूद लोगों ने पूरे सम्मान के साथ स्वागत किया और ख्वाजा गरीब नवाज के दरबार में उसे पेश किया।
पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 810वें उर्स पर विश्व भर में उनके अनुयायियों को बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं, दुनिया को मानवता का संदेश देने वाले महान सूफी संत के उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ में चादर भेजते हुए मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं,
पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा कि अनेकता में एकता भारत की पहचान है, देश में विभिन्न पंथों, सम्प्रदायों एवं मान्यताओं का सद्भावपूर्ण सह-अस्तित्त्व हमारी विशिष्टता है, विभिन्न कालखंडों में देश के सामाजिक-सांस्कृतिक ताने-बाने को मजबूती प्रदान करने वाले संतों, महात्माओं, पीर व फकीरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस गौरवशाली परंपरा में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का नाम पूरे आदर और श्रद्धा के साथ लिया जाता है, जिन्होंने समाज को प्रेम एवं सौहार्द का संदेश दिया।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आज दुनिया पीएम मोदी की तरफ उम्मीद और यकीन के साथ विश्व शांति के नायक के रूप में देख रही है, वो इन्ही सूफी-संतों के आशीर्वाद और समाज के समर्थन का नतीजा है.
नकवी ने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज का जीवन हमें सामाजिक सौहार्द एवं एकता की ताकत को और मजबूत करने की प्रेरणा देता है, जिससे हम टकराव-बिखराव पैदा करने वाली ताकतों को परास्त कर सकें।