स्क्रीनराइटर और डायरेक्टर सईद अख्तर मिर्जा ने द कश्मीर फाइल्स को ‘कचरा’ बताया है। उन्होंने कहा है कि ‘फेवर लेने की बात नहीं है’। एक नए इंटरव्यू में उन्होंने यह भी कहा कि मुद्दों को ‘समझने की कोशिश’ करना जरूरी है। पटकथा लेखक ने कहा है कि कश्मीरी पंडित द्वारा सामना किया गया मुद्दा रियल है।
सईद अख्तर मिर्जा ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ के बारे में बोलते हुए कहा- “मेरे लिए, ‘द कश्मीर फाइल्स’ कचरा है। क्या कश्मीरी पंडित मुद्दा कचरा है? नहीं…यह वास्तविक है। क्या यह सिर्फ कश्मीरी हिंदू हैं? नहीं…मुसलमान भी, खुफिया एजेंसियों, तथाकथित राष्ट्रीय हितों वाले राष्ट्रों, और सीमा पार से भुगतान किए गए लोगों की साजिशों के एक अविश्वसनीय रूप से वल्गर जाल में फंस गए हैं, जो कहर बरपाते रहते हैं।” उन्होंने आगे कहा, बात पक्ष लेने की नहीं है। इंसान बनो और समझने की कोशिश करो।
उन्होंने उसी चर्चा में यह भी विस्तार से बताया कि शाह ने एक बार 2002 के गुजरात दंगों के लिए मिर्जा से माफी मांगी थी, और आगे कहा, “उन्होंने मुझसे गुजरात दंगों के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा, मैं एक हिंदू हूं इसलिए किसी को जवाबदेह होने की जरूरत है। मुझे पता है कोई नहीं होगा। मैंने कहा 21वीं सदी में आप हिंदू बन रहे हैं और मैं मुसलमान? उन्होंने कहा कि यह क्या है। आप इसे नकार रहे हैं, यह मेरे देश की सच्चाई है।