जलगांव: आज ज़रूरत है कि हम अपने बच्चों को दीनी इस्लामी माहौल में ढालें, मोबाइल के दज्जाली फ़ितने से अपनी औलाद को बचाएं और उनकी बेहतरीन ईमानी इस्लामी दीनी तरबियत का एहतेमाम इन्तेज़ाम करें।
हमें अपने रब ने हुक्म दिया है कि के ए इमान वालों बचाओ अपने आपको और अपने घर बार वालों को जहन्नम की आग से, मेरे भाइयों मेरी बहनों यह खतरनाक आग जल रही है और इसके बुरे असारात हम देख रहे हैं, हमारे बच्चे हमारे हाथों से निकल रहे हैं, ग़लत राहें इख्तेयार कर रहे हैं ? से ख़तरनाक फ़ितने वाले दौर में हमारी बड़ी जिम्मेदारी बन जाती है कि हम अपनी औलाद की ज़्यादा फिकर करें।
उनकी बेहतरीन तालीम तरबियत का एहतेमाम इन्तेज़ाम करें, और उनको हलाल खिलाएं, हराम कमाई, हराम लुकमे उनके हलक में जाने न दें, ये हमारी अहम जिम्मेदारी है, से बहोत ही प्यारे ख्यालात का इज़हार जमीअत उलामा ज़िला जलगाँव के सदर और प्रोग्राम के अध्यक्ष हज़रत मुफ्ती मोहम्मद हारून नदवी ने अपने बयान में फरमाया, सैंकड़ो की तादाद में महिलाएँ भी इस प्रोग्राम में शरीक रहीं।
अमरावती से तशरीफ़ लाए मुफ्ती अरशद साहब ने भी बच्चों की तरबियत पर बड़ी अहम बातें नसीहतें फरमाई, शहर काजी मुफ्ती अतीक़ साहब, मुफ्ती अफज़ल साहब, मौलाना अब्दुल रहमान मिल्ली, कारी मुश्ताक़, मौलाना अब्दुल कदीर पटेल, मुफ्ती कासिम, मुफ्ती खालिद और भी बड़ी तादाद उलामा की शरीक थी, इस प्रोग्राम को सजाने में मोहल्ले के जवानों का बड़ा रोल रहा, मुफ्ती साहब ने उनको भी खूब दुआएँ दी।
नई बस्ती फातेमा नगर में ये पहला बड़ा कामियाब प्रोग्राम रहा, मौलाना शादाब हाफिज़ मौलाना सलमान साहब की मेहनातें रंग लाई, बच्चों ने भी बड़ा शानदार शैक्षणिक प्रदर्शन किया।