मुम्बई: बॉलीवुड एक्ट्रेस कुमकुम का निधन हो गया है। वह 86 साल की थीं। लंबे समय से बीमारी की वजह से निधन हुआ। मुंबई में लिकिंग रोड पर कभी उनके बंगले का नाम ही कुमकुम हुआ करता था। बाद में उसे तोड़कर बिल्डिंग बना दी गई।
22 अप्रैल 1934 को बिहार के शेखपुरा (अब) में जन्मीं कुमकुम का असली नाम ज़ैबुनिस्सा था। फरवरी 2010 में अंतिम दफा शेखपुरा आई थीं। उनके पिता हुसैनाबाद के नवाब थे।
कुमकुम ने पहली भोजपुरी फिल्म “गंगा मैया तोहे पियारी चढ़ाईबो” (1963) में भी अभिनय किया था। दरअसल कुमकुम, गुरुदत्त की खोज मानी जाती हैं। कुमकुम को गुरू दत्त ने फिल्मों में ब्रेक दिया था। वह 50 और 60 के दौर की पॉप्युलर एक्ट्रेस थीं।
गुरुदत्त को अपनी फिल्म आर पार (1954) के गाने “कभी आर कभी पार लागा तीरे नजर” का फिल्मांकन एक्टर जगदीप पर करना था लेकिन बाद में गुरुदत्त को लगा कि इसे किसी महिला पर फिल्माना चाहिए।
उस समय, कोई भी इतना छोटा सा गाना करने के लिए सहमत नहीं हुआ। तब आखिरकार गुरुदत्त ने कुमकुम पर इस गीत का चित्रण किया। बाद में गुरु दत्त ने अपनी फिल्म प्यासा में भी उन्हें छोटा सा किरदार दिया।
एक्टर जगदीप के बेटे नावेद जाफरी ने ट्वीट कर अभिनेत्री के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा- हमनें एक और मोती खो दिया। मैं बचपन से इन्हें जानता था। वह हमारे लिए परिवार थीं। एक अच्छी इंसान। भगवान आपकी आत्मा को शांति दें, कुमकुम आंटी।
बिहार के शेखपुरा (अब) में जन्मीं कुमकुम का असली नाम ज़ैबुनिस्सा था। उनके पिता हुसैनाबाद के नवाब थे। अपने करियर में लगभग 115 फिल्मों में अभिनय किया।
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उन्हें मिस्टर एक्स इन बॉम्बे (1964), मदर इंडिया (1957), सन ऑफ इंडिया (1962), कोहिनूर (1960), उजाला, नया दौर, श्रीमान फंटूश, एक सपेरा एक लुटेरा में शानदार अभिनय के लिए जाना जाता है।
वह अपने दौर के कई स्टार्स के संग काम कर चुकी थीं, जिनमें किशोर कुमार और गुरु दत्त का भी नाम शामिल है।