नई दिल्ली : दूरसंचार क्षेत्र में चल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच भारती एयरटेल को 2019-20 की पहली तिमाही में 2,866 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एक साल पहले की समान अवधि में उसने 97 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। भारती एयरटेल ने बयान में कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसकी आय 4.7 प्रतिशत बढ़कर 20,738 करोड़ रुपये हो गई. 2018-19 की पहली तिमाही में उसकी आय 19,799 करोड़ रुपये थी।
एयरटेल को पहली तिमाही में बड़ा नुकसान हुआ है। 30 जून को समाप्त तिमाही में कंपनी को 2,866 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है। वहीं इसी तिमाही में पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी को 97.30 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। हालांकि थोड़ी राहत की खबर है कि जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 4.7 फीसदी बढ़ा और 20,738 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। पिछले साल ये आंकड़ा 19,799 करोड़ रुपए का था।
आपको बता दें कि पहली तिमाही में एयरटेल का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) 129 रुपए रहा, जबकि इससे पहले मार्च की तिमाही में ये 123 रुपए था। दरअसल साल 2016 में जियो की लॉन्चिंग के बाद से टेलिकॉम बाजार में टैफिर वार शुरू हो गया। जियो के सस्ता और फ्री डेटा प्लान ने दूसरी टेलिकॉम कंपनियों का मुनाफे से घाटे में बदल दिया।
इन कंपनियों को हुआ घाटा
मौजूदा वित्तीय वर्ष में टेलिकॉम कंपनियों के नतीजों की बात करें तो रिलायंस जियो को जहां 891 करोड़ का मुनाफा हुआ है। वहीं वोडाफोन आइडिया को 4873.9 करोड़ करोड़ रुपए का घाटा हुआ। एयरटेल को 2866 करोड़ का घाटा हुआ है। लगभग यही हाल बाकी टेलिकॉम कंपनियों का भी है।
वित्तीय नतीजों पर टिप्पणी करते हुए भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (भारत एवं दक्षिण एशिया) गोपाल वित्तल ने कहा कि वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सभी कारोबार में स्वस्थ एवं समान वृद्धि रही। ‘उन्होंने कहा , ‘हम रिवार्ड मंच ‘एयरटेल थैंक्स’ के जरिए ग्राहकों को सुविधा देने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे।’
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