स्वीडेन नोबेल कमेटी ने अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी है। वर्ष 2022 के इकॉनमिक साइंसेज़ के नोबेल पुरस्कार के लिए बेन बर्नानके, डगलस डायमंड और फिलिप डायबविगो के नाम की घोषणा की गई है।
नोबेल समिति ने कहा कि उनके शोध में बताया कि बैंक को पतन से बचना क्यों महत्वपूर्ण है। समिति ने कहा कि 1980 के दशक की शुरुआत में अपने शोध के साथ इन अर्थशास्त्रियों ने वित्तीय बाजारों को विनियमित करने और वित्तीय संकट से निपटने की नींव रखी। 68 साल के बर्नान्के इस समय वॉशिंगटन, डीसी में द ब्रुकिंग्स इंस्टिट्यूशन के साथ जुड़े हैं। उन्होंने 1930 के दशक की महामंदी पर शोध किया और यह बताया कि यदि घबराए हुए बचतकर्ता अपनी जमा राशि निकालते हैं, तो बैंक की स्थिति कितनी खतरनाक हो सकती है।
बता दें कि वर्ष 2021 में भी अर्थशास्त्र का नोबेल तीन अर्थशास्त्रियों डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स को दिया गया था। पुरस्कार का आधा हिस्सा डेविड कार्ड को श्रम अर्थशास्त्र में उनके अनुभवजन्य योगदान के लिए दिया गया था, जबकि अन्य आधा हिस्सा संयुक्त रूप से जोशुआ डी. एंगिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स को कारण संबंधों के विश्लेषण के लिए पद्धतिगत योगदान के लिए दिया गया था।
गौरतलब है इससे पहले शुक्रवार 07 अक्टूबर 2022 को बेलारूस के मानवाधिकार कार्यकर्ता एलेस बियालियात्स्की के साथ रूस के मानवाधिकार संगठन ‘मेमोरियल’ और यूक्रेन के ‘सिविल लिबर्टीज’ को संयुक्त रूप से उनके सत्ता की आलोचना के साथ-साथ नागरिकों के बुनियादी अधिकारों के संरक्षण पर किए काम के लिए नोबल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था।