नई दिल्ली, 25 नवम्बर। विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने भारतीय संविधान केवल राजनीतिक व्यवस्था कैसे चले यही नहीं बल्कि समाज और सामाजिक संस्कृति, प्रशासनिक व्यवस्थाएं कैसे चले यह भी बताता है। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान बताता है कि व्यवस्थाओं को कैसे चलना चाहिए और हर वर्ग का कर्तव्य क्या है और यही बात इसे दूसरों से अलग करता है।
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भारतीय संविधान के 72 वर्ष पूर्ण होने की पूर्व संध्या पर प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित एक समारोह में श्रीमती लेखी ने कहा कि भारतीय संविधान हमारी आत्मा है और यह हमें स्वतन्त्रता देने के साथ-साथ कर्तव्यों का भी बोध कराता है। इसमें स्पष्ट कहा गया है कि कानून सबसे बड़ा है और यहीं लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबी है।
उन्होंने कहा कि भारत के लोकतंत्र को सबसे बड़ा तो बताया ही जाता है, लेकिन वास्वत में हमारा लोकतंत्र सबसे पुराना भी है। इसकी जड़े हमारी 500 वर्ष पुरानी संस्कृति में है जहां राजा भी कानून से ऊपर नहीं था और उसे भी नियमों के अनुरुप ही काम करना पड़ता था और यह राजाओं के राज्याभिषेक करने की प्रथा से स्पष्ट है।
श्रीमती लेखी ने कहा कि हमारा संविधान जहां हमें स्वतंत्रता प्रदान करता है, लेकिन यह स्वतंत्रता निरंकुश नहीं है। हम स्वतंत्र हैं, लेकिन हमें किसी दूसरे की स्वतंत्रता के हनन का अधिकार नहीं है। एक दायरे में बंध कर ही हम अपनी स्वतंत्रता का उपयोग कर सकते हैं।
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उन्होंने कहा कि संविधान दिवस हमें अपनी परम्पराओं और व्यवस्थाओं का मूल्यांकन करने का अवसर देता है और बताता है कि देश की व्यवस्था को बनाने और उसके संचालन में वकीलों का कितना महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि भाजपा संविधान को सर्वोपरी मानती है, लेकिन दिल्ली में एक ऐसी सरकार है जो संविधान विरोधी है। वोटो की राजनीति करते हुए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। चाहे तुष्टिकरण की राजनीति करना हो या फिर नई आबकारी नीति को लागू करना हो। लेकिन भाजपा यह वायदा करती है कि दिल्ली के इस संविधान विरोधी सरकार के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी।
श्री गुप्ता ने कहा कि हमने वह काल खंड भी देखा है जब मुगलों और अंग्रेजों ने एक हज़ार वर्ष तक शासन किया, उस वक्त कोई कानून नहीं था। मानवीय और धार्मिक संवेदनाओं की किस तरह से धज्जियां उड़ाई जाती थी, सिफारीश और सत्ता के कौन कितना नजदीक है, इस आधार पर लोगों को न्याय मिलता था। ये सभी कुछ भारत ने देखा है। लेकिन आज गर्व और खुशी होता है कि देश का अपना संविधान है और यह बेहतर ढंग से काम कर रहा है।
श्री गुप्ता ने कहा कि देश के आज़ादी के बाद भी कुछ ताकतों द्वारा कानून की धज्जियां उड़ाई गई, आपातकाल की स्थिति पैदा की गई। लेकिन हमेशा से भाजपा का मानना रहा है कि संविधान सर्वोपरी है और इसलिए संविधान में समय अनुसार जिस तरह से बदलाव होने चाहिए, देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने वह बदलाव किये। बदलाव का ही परिणाम है कि देश से अनुच्छेद-370 को समाप्त करने का काम किया।
उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास सिर्फ एक नारा नहीं बल्कि संविधान की रक्षा के लिए भाजपा का संकल्प है। जिन लोगों को आजादी से पहले या आज़ादी के बाद न्याय से वंचित रखा गया, मुख्य धारा में आने से रोका गया। उन्हें न्याय दिलाने और मुख्यधारा में शामिल करने के लिए भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार दृढ संकल्पित है।
भारतीय संविधान के 72 वर्ष पूर्ण होने की पूर्व संध्या पर प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित समारोह में श्रीमती मीनाक्षी लेखी एवं श्री आदेश गुप्ता के अलावा मुख्य रुप से प्रदेश महामंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा, प्रदेश मीडिया प्रमुख श्री नवीन कुमार जिंदल, विधि प्रकोष्ठ के प्रभारी श्री नीरज, प्रकोष्ठ संयोजक श्री के के त्यागी, सह-संयोजक श्री राजकुमार, श्री संकेत गुप्ता एवं श्री अंकित वर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री विजय जोशी एवं श्री अमित तिवारी सहित प्रकोष्ठ के अन्य पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित थे।