अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे छात्रों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें वह तोड़-फोड़, आगजनी और पुलिस से झड़प करते दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच छात्र लगातार मीडिया के जरिए अपनी मांग भी सरकार तक पहुंचा रहे हैं। एक युवक ने अग्निपथ योजना का विरोध करने के पीछे ऐसा तर्क दिया कि लोग खिंचाई करने लगे।
4 साल के लिए कौन दहेज देगा? इसलिए भी #Agnipath का विरोध हो रहा है। ऐसी सोच वाले को किसी भी योजना को स्वयं ईश्वर भी नहीं समझा सकते है। दहेज सच में श्राप है इस समाज के लिए pic.twitter.com/ipfFZ99SEd
— Ravi Ranjan🇮🇳 (@RaviRanjanIn) June 20, 2022
अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे छात्र से जब मीडियाकर्मी ने सवाल पूछा तो युवक ने कहा,’चार साल के लिए कोई दहेज देगा क्या?’ इस पर पत्रकार ने कहा कि ‘दहेज तो नहीं लेना चाहिए दोस्त।’ इस पर युवक कहता है, ‘क्यों नहीं लेना चाहिए, आपने नहीं लिया है क्या?’
यह भी पढें- दुल्हन की चोटी पकड़ने के बाद जब इरफान पठान की बस में हुई थी पिटाई
वीडियो शेयर करते हुए रवि रंजन ने लिखा कि ‘4 साल के लिए कौन दहेज देगा? इसलिए भी अग्निपथ का विरोध हो रहा है। ऐसी सोच वाले को किसी भी योजना को स्वयं ईश्वर भी नहीं समझा सकते हैं। दहेज सच में श्राप है इस समाज के लिए।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘जिनको अग्निपथ योजना पसन्द नही वो IAS ‘ PCS, IIT, MBBS की तैयारी करें.. कोई जबरदस्ती थोड़ी है कि आप को अग्निपथ योजना में ही नौकरी करनी है।’
नितिन करण ने लिखा कि ‘भाई बहुत दुखी हैं, दहेज न मिलने के कारण।’ शुभ नारायण सिंह ने लिखा कि ‘युवा योजना से नहीं, अपने परिवार और विवाह परियोजना की चिंता से परेशान हैं।’ एक अन्य यूजर ने लिखा कि ‘जब किसी ने नौकरी पाकर, दहेज़ लेने का सपना पाल रखा है, उसके सपने टूटेंगे तो वो सरकार का विरोध ही करेगा ना।’
यह भी पढें- संयुक्त किसान मोर्चा ने अग्निपथ को ‘राष्ट्र विरोधी’ बताया, 24 जून को देशव्यापी प्रदर्शन करेगा
बता दें कि ये वीडियो बिहार का है और बिहार में सबसे हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला है। बिहार में ही ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया। स्टेशन फूंक दिए गये। पुलिस से हाथापाई हुई और अब हिंसा करने वाले छात्रों को गिरफ्तार करने और कार्रवाई करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।’ गौरतलब है कि 19 जून को सेना की तरफ से साफ कर दिया गया कि किसी भी तरह की हिंसा करने वाले व्यक्ति के लिए सेना में कोई जगह नहीं है।