नई दिल्ली, 25 दिसम्बर। पूर्वी दिल्ली निगम महापौर श्री श्याम सुंदर अग्रवाल ने ‘आप’ नेता सौरभ भारद्वाज के उस बयान को झूठा बताते हुए कहा कि आज तक के इतिहास में नक्शा पास करवाने एवं कंपलीशन सर्टिफिकेट के माध्यम से पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 156 करोड़ रुपये का राजस्व आया ही नहीं। आप नेता झूठे और निराधार आंकड़ें पेश कर निगम के प्रति लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके द्वारा दिए गए भ्रामक व्यक्तव्य से साबित होता है कि इनकी समझ कितनी है। उनके बयान बताते हैं कि वे पढ़े-लिखे अनपढ़ है।
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श्री श्याम सुंदर अग्रवाल ने साल 2017 से नक्शा पास करवाने और कंपलीशन सर्टिफिकेट का आंकड़ा देते हुए बताया कि नक्शा पास करवाने एवं कंपलीशन सर्टिफिकेट के माध्यम से साल 2017-18 में 26 करोड़, 2018-19 में 49 करोड़ रुपये आए थे। साल 2018-19 में ज्यादा राजस्व इसलिए आए क्योंकि इस साल मंडोली जेल और इबहास अस्पताल के नक्शे पास करने पर 10 करोड़ रुपया एक मुश्त मिला था। इसके अलावा साल 2019-20 में 34 करोड़, 2020-21 में 25 करोड़ (लॉकडाउन के कारण निर्माण कार्यों में कमी आई) एवं 2021-22 में 24 करोड़ (30 नवंबर 2021 तक) राजस्व निगम को प्राप्त हुआ है।
श्री अग्रवाल ने ‘आप’ नेता के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में सरल स्कीम के तहत नक्शे लगातार ऑनलाइन बन रहे हैं। आम आदमी पार्टी के पार्षद अपने क्षेत्र में नक्शे पास न करवाकर अपनी जेबे भर रहे हैं और यह निगम के रिकॉर्ड से साबित भी हो रहा है। आम आदमी पार्टी के पार्षद संपति कर में भी धांधली कर रहे हैं। दुकानदारों, मकान मालिकों से अवैध उगाही करते हैं और निगम को टैक्स देने से मना करते हैं जिसका परिणाम है कि आम आदमी शासित वार्डों में वार्ड संख्या दो में 2.93 लाख, वार्ड संख्या 8 में 1.27 लाख, वार्ड संख्या 33 में 1.54 लाख, वार्ड संख्या 41 में 1.26 लाख एवं वार्ड संख्या 64 में 1.45 लाख संपति कर के रुप में प्राप्त हुआ है।
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उन्होंने कहा कि ठीक इसके विपरीत भाजपा के पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों में संपति कर जमा कराने के लिए बड़े पैमानों पर कैम्पों का आयोजन किया जिसका परिणाम था कि वार्ड संख्या 20 में 8.26 करोड़, वार्ड संख्या 25 में 7.03 करोड़, वार्ड संख्या 18 में 5.42 करोड़ वार्ड संख्या 21 में 4.73 करोड़, वार्ड संख्या 19 में 3.86 करोड़ एवं वार्ड संख्या 27 में 2.74 करोड़ रुपये संपति कर के रुप में राजस्व प्राप्त हुआ है। यह अंतर बताते हैं कि अवैध उगाही किस पार्टी के पार्षद कर रहे हैं।
महापौर ने कहा कि यदि आम आदमी पार्टी चाहे तो अपने पार्षदों का रिपोर्ट कार्ड मंगवा सकती है जिससे साबित हो जाएगा कि उन्हें वार्डों में नक्शे ना के बराबर पास करवाए गए हैं। यदि ये सभी नक्शे पास करवाए गए होते तो जो पैसा इनके पार्षदों के जेब में जा रहा है वह निगम के राजस्व में आता और हमें कर्मचारी के तनख्वाह देने में आसानी होती। उन्होंने दिल्ली की जनता से अपील की कि निगम के फंड के पैसे रोककर उसे बदनाम करने और झूठे आंकड़ें पेश कर दिल्ली की जनता को निगम के प्रति गुमराह करने की कोशिश आम आदमी पार्टी के नेता कर रहे हैं, उससे सावधान रहने की जरुरत है।