अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प गरमाता जा रहा है। जहां कांग्रेस इस मुद्दे पर सदन में चर्चा की मांग कर रही है तो वहीं सरकार का कहना है कि इसपर चर्चा की कोई जरूरत नहीं है। इस बीच AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमारी सेना जितनी मजबूत है, उतनी है सरकार कमजोर है।
औवेसी ने आगे कहा कि सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए या पार्लियामेंट में इस पर डिबेट करनी चाहिए और सभी को बताना चाहिए कि उनका डिसीजन चीन पर क्या है। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि हमारी सेना बहुत ताकतवर है लेकिन सरकार कमजोर है।
ओवैसी ने कहा, “गलवान हिंसा के समय भी देश के प्रधानमंत्री ने कहा था कि न कोई घुसा है और न कोई घुसेगा। उन्होंने अपने बयानों से देश को गुमराह किया कि हमारे क्षेत्र में कोई नहीं आया है। ऐसी सैटेलाइट तस्वीरें हैं, जो दिखाती हैं कि चीनी सैनिकों ने डेपसांग और डेमचोक पर कब्जा कर लिया है। वे हमारी जमीन हड़पना जारी रखेंगे, फिर भी उनके साथ असंतुलित व्यापार जारी रख रहे हैं।”
दरअसल, 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की यथास्थिति को बदलने की चीन की सेना की कोशिशों को भारतीय सेना की ओर से नाकाम किए जाने के बावजूद इस मसले पर संसद में सरकार और विपक्षी दलों के बीच गंभीर मतभेद दिख रहे हैं।