नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन खत्म होने के बाद यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाने के लिए दिल्ली मेट्रो ने अपने नियमों में कुछ बदलाव किए है।
जिसके बाद बिना मास्क और आरोग्य सेतु एप के आप दिल्ली मेट्रो में सफर नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही, बेल्ट या धातु की कोई और चीज आपको स्कीनिंग के वक्त उतारना भी पड़ेगा।
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल CISF ने जो प्रस्ताव दिए हैं उसके मुताबिक, दिल्ली मेट्रो के प्लेटफॉर्म पर प्रवेश करने वाले सभी यात्रियों के लिए मास्क और आरोग्य सेतु एप को अनिवार्य करने की सिफारिश की गई है।
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सीआईएसएफ की तरफ से यह कहा गया कि प्रत्येक प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद अगर किसी का तापमान असामान्य पाया जाएगा या फिर फ्लू या जुकाम के लक्षण पाए जाएंगे तो उसे मेट्रो ट्रेन में सफर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सीआईएसएफ के प्रस्ताव में यह कहा गया है, “आरोग्य एप और उसके अंदर ई-पास के जरिए संदिग्ध COVID-19 मरीजों की पहचान की जा सकेगी। खरतनाक बीमारी से संक्रमित लोगों के प्रवेश को रोकने के लिए मेट्रो को इसका इस्तेमाल करना चाहिए।”
हालांकि, अगर किसी के पास मोबाइल नहीं है या उसने आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड नहीं किया है तो उसे प्रवेश करने से नहीं रोका जाएगा।
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CISF के डीजी राजेश रंजन ने हिन्दुस्तान टाइम्स से कहा, “आरोग्य सेतु एप एक अच्छी तकनीक है जो संभावित COVID-19 मरीज को ट्रैक करने पर आधारित है। हम सभी यात्रियों को इसकी सिफारिश करते हैं जो ई-पास की तरह काम करेगा।
संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना मरीजों की पहचान आवश्यक है। इसकी सफलता लोगों की सच्चाई पर निर्भर करती है कि वे इस एप में क्या सूचना देते हैं।