नई दिल्ली, 19 नवम्बर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि आज दिल्ली का दुर्भाग्य है कि प्रदेश की लगभग 85 प्रतिशत जनता प्रदूषित पानी पीने को मजबूर है। श्री गुप्ता ने आज संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा यमुना की सफाई की कई बार बात की गई। यहां तक कि यमुना को लंदन की टेम्स नदी बनाने और उसमें दिल्लीवासियों को डुबकी लगाने की भी बात मुख्यमंत्री द्वारा कही गई लेकिन आज स्थिति क्या है सबने यमुना में तैरते गंदे झागों को देखा और जाना है। इस मौके पर प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख श्री नवीन कुमार जिंदल मौजूद थे।
श्री गुप्ता ने कहा कि आज दिल्ली के छोटे-बड़े 32 नाले यमुना में बहते हैं। इन नालों और यमुना की सफाई के लिए केंद्र सरकार ने 2409 करोड़ रुपये केजरीवाल सरकार को दिए थे। बावजूद उसके आज भी यमुना की स्थिति वैसी ही है। सीवरेज का गंदा पानी यमुना में जा रहा है और लोगों को जहरीला पानी पीने पर मजबूर किया जा रहा है। जो एसटीपी प्लांट लगे हैं या तो वे काम नहीं कर रहे हैं या उनकी क्षमता नहीं बढ़ाई गई है। आखिर केंद्र सरकार के दिए रुपयों का अरविंद केजरीवाल ने क्या किया, इसकी सूचना किसी को नहीं है।
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उन्होंने कहा कि हरियाणा को बार-बार यमुना प्रदूषित करने के लिए दोषी ठहराने वाले केजरीवाल को यह भी पता होना चाहिए कि दिल्ली के कुल 11 जिलों में से 9 जिले ऐसे हैं जिनमें पीने का पानी बिल्कुल ही खराब है, यह दिल्लीवालों के साथ धोखा है और केजरीवाल के काम न करने के रवैये को बताता है।
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श्री गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बड़े ही मासूमियत से कहते रहते हैं कि यमुना की सफाई हम करेंगे लेकिन यमुना सफाई तो दूर अभी लोगों के घरों में साफ पानी तक नहीं पहुंच पा रहा है, इससे बड़ी असफलता का प्रमाण और क्या हो सकता है। दिल्ली की जनता ने मुख्यमंत्री चुना था न कि घोषणामंत्री, इसलिए घोषणा नहीं दिल्लीवालों को अब काम और विकास चाहिए।