राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने आज दिल्ली में ऑल इंडिया इमाम आर्गनाइजेशन के मुखिया इमाम डॉ. इमाम उमर अहमद इल्यिासी से मुलाकात की। इससे पहले मोहन भागवत से पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी, राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी और दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग सहित कई मुस्लिम नाम के बड़े चेहरों से मुलाकात की थी।
बैठक को लेकर कुरैशी और सिद्दीकी ने बताया कि बातचीत बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। सिद्दीकी ने कहा, ‘बैठक के बाद, भागवत ने नियमित रूप से मुस्लिम समुदाय के संपर्क में रहने के लिए चार वरिष्ठ पदाधिकारियों को नियुक्त किया। अपनी तरफ से हम मुस्लिम बुद्धिजीवियों, पत्रकारों, लेखकों और पेशेवरों तक पहुंच रहे हैं ताकि आरएसएस के साथ इस संवाद को जारी रखा जा सके।’
जानकारों की मानना है कि RSS चीफ पिछले कुछ सालों में मुसलमानो और मुस्लिम नेताओं के साथ रिश्ता बनाने का प्रयास है। चाहे वह राममंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद के समय मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाक़ात करने का मामला हो या फिर मुस्लिमों को अपना पक्ष साफ करना हो मोहन भागवत लगातार सम्बंध बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सितंबर 2019 में RSS प्रमुख मोहन भागवत से जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सदर मौलाना अरशद मदनी से भी दिल्ली में मुलाकात की थी। उनकी यह मुलाकात उस समय हुई थी जब बाबरी मस्जिद और राममंदिर विवाद की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही थी। इस दौरान उनके बीच हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एकता को मजबूत करने और मॉब लिंचिंग की घटनाओं सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई थी।