नीतीश कुमार के प्रयास से पटना में शुक्रवार को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक से पहले सिर फुटौव्वल की खबरें भी आने लगी है। बैठक से पहले जेडीयू के केसी त्यागी ने सभी दलों से बड़ा दिल दिखाने और कुर्बानी दिखाने की अपील की है।
दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले प्रेस कांफ्रेंस कर यह कहा कि विपक्षी दलों की बैठक में सबसे पहले दिल्ली अध्यादेश का मुद्दा तय होना चाहिए। इस अध्यादेश को उन्होंने संविधान और देश के लिए बेहद आवश्यक बताया।
आम आदमी पार्टी सूत्रों ने यहां तक कहा है कि यदि कांग्रेस ने दिल्ली अध्यादेश के मामले पर अरविंद केजरीवाल का साथ नहीं दिया तो पार्टी विपक्षी दलों की बैठक का बहिष्कार भी कर सकती है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि केजरीवाल की इस तरह की जल्दबाजी विपक्षी एकता के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है।
बिहार प्रदेश बीजेपी ने पटना के कई मुख्य मार्ग जैसे इनकम टैक्स गोलंबर, राजवंशी नगर मोड, विकास भवन के सामने पोस्टर लगाए हैं। पोस्टर में कार्टून के जरिए विपक्षी नेताओं को दिखाया गया है। एक पोस्टर में लिखा गया है कि ‘हल्ला है हर ओर, बिहार में मिलेंगे सारे चोर’ वहीं दूसरे पोस्टर में लिखा गया है ‘लोकतंत्र के हत्यारे, आज किस मुंह से जेपी की धरती पर आ रहे हैं? क्या देश में फिर से इमरजेंसी लगाना चाहते हैं?
बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश जी ने ऐसी बारात लगाई है जिस बारात में सब दुल्हा है और सभी अपने शर्त मनवाने में लगे हुए हैं। इनका दिल मिले न मिले लेकिन हाथ जरूर मिलाएंगे। ममता बनर्जी क्या कांग्रेस के साथ समझौता करेगी? क्या वो बंगाल में कांग्रेस के लिए के लिए सीट छोड़ेंगी?
आगे उन्होंने कहा कि बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा में आधे दर्जन से अधिक कांग्रेस की हत्या कर दी गई। अरविंद केजरीवाल आज नीतीश कुमार से मिले हैं लेकिन क्या वो दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस के लिए सीट छोड़ेंगे? कोई भी क्षेत्रीय नेता कांग्रेस को अपने राज्य में सीट देने के लिए तैयार नहीं है। कल बैठक भले ही हो जाए लेकिन एक-एक सीट पर समझौता होना असंभव है।