पिछले दिनों कर्नाटक में कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार का सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीके शिवकुमार कर्नाटक के मांड्या में कांग्रेस की तरफ से आयोजित प्रजा ध्वनि यात्रा के दौरान लोगों पर 500-500 रुपए के नोट उड़ाते दिखे थे।
पुलिस ने बताया कि मांड्या में एक स्थानीय अदालत के निर्देश पर, मांड्या ग्रामीण पुलिस ने केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिन्हें 28 मार्च को आयोजित ‘प्रजा ध्वनि यात्रा’ के दौरान मांड्या जिले के बेविनाहल्ली के पास कलाकारों पर 500 रुपये के नोट फेंकते हुए देखा गया था।
पुलिस की शिकायत दर्ज होने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कहना है कि डीके उन कलाकारों को पैसा दे रहे थे, जिन्होंने पार्टी के अभियान के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम किया था।
चुनावों में धनबल का इस्तेमाल नई बात नहीं है, लेकिन चुनावी रेवड़ियों को इस तरह बांटने में दक्षिण भारत के राज्य में सियासी दलों ने अपना बड़ा हथियार बना रखा है। कर्नाटक से लेकर केरल तक चुनावी वादों में पैसा, जेवर, टीवी और न जाने क्या-क्या देने का वादा सियासी दल करते हैं। बात अगर कर्नाटक की करें, तो यहां कांग्रेस लगातार बीजेपी सरकार पर आरोप लगाती रहती है कि वो 40 फीसदी कमीशन लेकर ही काम करती है। वहीं, शिवकुमार के पैसा लुटाते वीडियो को बीजेपी ने धनबल से वोट हासिल करने का तरीका बताया था।