ईरानी डॉक्टर सुहेला सामी ने कम उम्र में सबसे ज़्यादा सफ़ल न्यूरोसर्जरी करने का नया कीर्तिमान बना दिया है। उन्होंने 28 साल की उम्र में 500 न्यूरोसर्जरी की हैं।
सुहैला सामी उन हज़ारों सफल ईरानी युवाओं में से एक हैं जो उच्च शिक्षा प्राप्त करके दुनिया के बड़े न्यूरोसर्जनों में शामिल हो गई हैं। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया कि उन्होनें एक सर्जन के तौर पर अबतक 500 न्यूरोसर्जरी की हैं। हालांकि सहायक के रूप में वह 3,000 से अधिक सर्जरी कर चुकी हैं।
दुनिया के सबसे बड़े न्यूरोसर्जनों की फेहरिस्त में शामिल सुहैला सामी अभी ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए जर्मनी में रहती हैं, उन्होंने “Golf Medical” विश्वविद्यालय से स्नातक पास किया है। सुहैला सामी, विश्व प्रसिद्ध ईरानी वैज्ञानिक और न्यूरोसर्जन प्रोफ़ेसर मजीद समीअ की शिष्या हैं। मजीद समीअ चिकित्सा और न्यूरोसर्जरी के क्षेत्र में अपने एक बड़ा नाम हैं।
समाचार एजेंसी इर्ना क दिए साक्षात्कार में युवा ईरानी डॉक्टर सुहैला सामी ने बताया कि उन्होंने यह फैसला किया है कि अगले दो सालों में वह अपने देश लौट आएंगी और ईरान में अपनी चिकित्सा गतिविधियां शुरू करेंगी।

उन्होंने विश्व में ईरानी डॉक्टरों की प्रसिद्धि का ज़िक्र करते हुए कहा कि विदेशियों को ईरानी डॉक्टरों और सर्जनों पर बहुत भरोसा है और उनकी दृष्टि में ईरानी डॉक्टर बहुत बुद्धिमान विशेषज्ञ होते हैं।
सामी ने अपने हिजाब का ज़िक्र करते हुए कहा कि वह दुनिया के हर कोने में जाती हैं लेकिन अपनी पहचान और विशेष रूप से अपने हिजाब के साथ रहती हैं।
सामी ने बताया कि जर्मनी में कई सालों से लगातार रहने के बावजूद उन्होंने अपने सिर से हिजाब नहीं उतारा। सुहैला सामी ने कहा कि उन्होंने ख़ुद हिजाब को चुना है और हिजाब उनके काम में बाधा भी नहीं है। उन्होंने कहा कि चाहे ईरान में रहूं या दुनिया के किसी और कोने में अपने मूल्यों और हिजाब पर बाध्य ही रहूंगी।
साभार : पार्स टुडे