महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर तस्वीर साफ नहीं है। किसी भी पार्टी के पास सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत नहीं है। ऐसे में राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सबसे बड़ा दल होने की वजह से भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया लेकिन पार्टी ने मना कर दिया है।
संजय राउत ने कहा कि ये भाजपा का अहंकार है कि वे महाराष्ट्र में सरकार बनाने से इनकार कर रहे हैं। यह महाराष्ट्र के लोगों का अपमान है। संजय राउत ने कहा कि बीजेपी विपक्ष में बैठने के लिए तैयार हैं, लेकिन वे 50-50 के फॉर्मूले को मानने को तैयार नहीं हैं, जिसके लिए वे चुनाव से पहले सहमत थे। वहीं, शिवसेना को सरकार बनाने के न्योते पर राउत ने कहा, ‘अगर गवर्नर ने हमें अधिक समय दिया होता तो ये आसान होता। बीजेपी को 72 घंटे दिए गए, हमें कम समय दिया गया है। ये राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की बीजेपी की रणनीति है।’
इसके पहले, रविवार को महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और देवेंद्र फडणवीस रविवार शाम गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से मिलने राजभवन पहुंचे थे। राज्यपाल से मिलने के बाद मीडिया को संबोधित हुए चंद्रकांत पाटिल ने कहा, ‘राज्य में गठबंधन को जनादेश मिला, लेकिन शिवसेना ने जनादेश का अनादर किया और सरकार नहीं बनाई। अब अकेले बीजेपी सरकार नहीं बनाएगी, हमने राज्यपाल को बता दिया है।
राउत ने फडणवीस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र के दो अहम पक्ष, कांग्रेस और एनसीपी, भाजपा की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे थे। मैं दोनों पक्षों से आह्वान करता हूं कि आपके लिए यह परीक्षा की घड़ी है। अगर आपको लगता है कि भाजपा अच्छा काम नहीं कर रही थी तो अब आप सरकार बना सकते हैं।