मणिपुर में जारी हिंसा पिछले एक महीने से चल रहा है। इस हिंसा को लेकर कांग्रेस संसदीय दलको अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक वीडियो संदेश जारी किया है। वीडियो संदेश में सोनिया गांधी ने कहा कि इस हिंसा ने मणिपुर में लोगों के जीवन को तबाह कर दिया और हजारों लोगों को उजाड़ दिया है। इस हिंसा ने हमारे राष्ट्र की अंतरात्मा में एक गहरा घाव छोड़ा है।
सोनिया ने कहा कि मुझे यह देखकर गहरा दुख हुआ है कि लोगों को उस एकमात्र स्थान से पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा जिसे वे अपना घर कहते हैं। यह दिल दहला देने वाला है कि शांति के साथ साथ रहने वाले हमारे भाई-बहन एक-दूसरे के खिलाफ हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि शांति से रहने वाले भाई-बहनों को एक-दूसरे के खिलाफ होते हुए देखना उनके लिए बहुत दुखद है। मणिपुर के इतिहास में विभिन्न जाति, धर्म और पृष्ठभूमि के लोगों को गले लगाने की ताकत और सामर्थ है। उन्होंने कहा कि यह राज्य एक विविध समाज की संभावनाओं का प्रमाण है।
सोनिया गांधी ने कहा, एक मां के रूप में मैं आपके दर्द को समझती हूं और मैं आपके अच्छे विवेक से मार्ग का नेतृत्व करने की अपील करती हूं। यह मेरी सच्ची आशा है कि आने वाले हफ्तों और महीनों में, हम विश्वास के पुनर्निर्माण की लंबी यात्रा पर निकल पड़े हैं और इस परीक्षण से मजबूत होकर उभरे हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि उन्हें मणिपुर के लोगों से बहुत उम्मीद और विश्वास है। मुझे मणिपुर के लोगों से बहुत उम्मीद और विश्वास है और मैं जानती हूं कि हम साथ मिलकर इस कठिन परीक्षा से पार पा लेंगे।
बता दें कि पिछले दिनों 10 विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था कि उन्हें सुनने का मौका न देकर उन्होंने मणिपुर के लोगों की भावनाओं को नजरअंदाज किया है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार का हिंसाग्रस्त प्रदेश में शांति बहाल नहीं करने का कोई गुप्त एजेंडा है।