बिहार के किशनगंज लोकसभा क्षेत्र से सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी दिल का दौरा पड़ने से गुरुवार देर रात निधन हो गया। उन्होंने किशनगंज के सर्किट हाउस में आखिरी सांस ली। कांग्रेस सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी गुरुवार की रात एक जलसे में भाग लेने गए थे। जहां ठंड लगने से उनकी तबीयत खराब हो गयी। उन्हें किशनगंज सर्किट हाउस में लाया गया, जहां उनका निधन हो गया। उनके पैतृक गांव ताराबाड़ी में सुपुर्द-ए-खाक की रस्म अदा की जायेगी। मौलाना कासमी के परिवार में तीन बेटे और दो बेटियां हैं। उनकी पत्नी सलमा खातून का छह साल पहले ही निधन हो चुका है। सांसद मौलना असरारूल हक के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुख जताया। उन्होंने आगे कहा, “मैं असरारुल हक साहब के परिजनों के प्रति अपनी गहरी शोक और संवेदना व्यक्त करता हूं।” राहुल गांधी के साथ ही राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद और लोकसभा में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मौलाना असरारुल हक के निधन पर शोक व्यक्त किया। कासमी कांग्रेस के टिकट पर किशनगंज लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार सांसद चुने गए थे। उन्होंने पहली बार 2009 में पहली बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। जिसके बाद 2014 लोकसभा चुनाव में कासमी ने बीजेपी के खिलाफ जीत दर्ज की थी। कासमी अकेले ऐसे उम्मीदवार थे जिंहोंने प्रदेश में सबसे ज़्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। बता दें कि मौलाना असरारुल हक कासमी का जन्म 15 जनवरी, 1942 में हुआ था। उन्होंने दारुल उलूम, देवबंद से शिक्षा हासिल की थी। वो बिहार में कई मदरसे का संचालन करते थे। मौलाना ने राजनीति में कई बार किस्मत आजमाई, लेकिन पहली बार सफलता 2009 में मिली थी
