पश्चिम बंगाल में अगले महीने 8 जुलाई को पंचायत चुनाव हैं, पंचायत चुनाव से पहले लगातार टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा हो रहे हिंसा पर पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ममता सरकार पर निशाना साधा है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी बीडीओ कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। अधीर रंजन चौधरी बरन्या बीडीओ कार्यालय के बाहर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 18 घंटे बीत गए हैं लेकिन फिर भी हमारे जो जायज मांग हैं कि हमें भी चुनाव लड़ने का अधिकार दिया जाए। सत्तारूढ़ पार्टी और सरकार इसे मानने के लिए तैयार नहीं हैं। सरकार की तरफ से कोई वार्ता नहीं हुई है और न ही कोई संदेश मिला है।
आगे उन्होंने कहा कि हम लोग कल रात से एक ही गुहार लगा रहे हैं कि हमारे बात पर ध्यान दें। लेकिन ये हमारे बात पर ध्यान नहीं दे रहे हैं इसलिए हमने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है वहां पर हमें कोई राय मिलनी की उम्मीद है। जब तक राय नहीं मिलेगा तब तक हम ऐसे आंदोलन चलाएंगे।
सांसद अधीर रंजन चौधरी ने राज्यपाल सीवी आनंद को लिखी चिट्ठी में कहा है कि आपको हमारे लोकतंत्र के खातिर, हमारे संवैधानिक अधिकारों को बचाने के लिए इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। सांसद अधीर रंजन ने चिट्ठी में प्रदेश में जारी हिंसा का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि टीएमसी के कार्यकर्ता गुंडागर्दी कर रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशियों को नामांकन करने से रोका जा रहा है, उनके साथ मारपीट की जा रही है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पंचायत चुनाव के लिए आठ जुलाई को होने वाले मतदान को लेकर नामांकन दाखिल करने को लेकर व्यापक हिंसा के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
बता दें कि पंचायत चुनाव को लेकर हो रही हिंसा पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कई विपक्षी दल नामांकन के दौरान हुईं एक दो घटनाओं को लेकर इसे मुद्दा बनाने को कोशिश कर रहे हैं।