दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट परिसर में बुधवार को फायरिंग की घटना सामने आई है। इसमें किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। बताया जा रहा है कि किसी बात को लेकर वकीलों के बीच बहस हो गई थी, जिसके बाद यह वारदात हुई थी।
कोर्ट परिसर में हुई फायरिंग मामले में सूत्र बताते हैं कि पार्किंग के पैसों के लेनदेन से जुड़ा यह मसला है और इसी वजह से झगड़ा हुआ है। तीस हजारी कोर्ट के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट मनीष शर्मा ने गोली चलाई है। उनका सेक्रेटरी अतुल शर्मा के साथ झगड़ा हुआ था। चैम्बर बनाने और पार्किंग से जुड़े मामले से झगड़े की शुरुआत हुई थी।
उत्तरी जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, शुरुआती जांच में अवैध पिस्टल से गोलियां चलाने की बात सामने आई है। इस बारे में आरोपी मनीष से पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि हथियार अवैध है या नहीं। यह पता लगाया जा रहा है कि अगर हथियार अवैध था तो कोर्ट परिसर में कैसे पहुंच गया।
तीस हजारी कोर्ट परिसर में हुई गोलीबारी की घटना पर दिल्ली बार एसोसिएशन ऑफ तीस हजारी कोर्ट अध्यक्ष नितिन अहलावत ने कहा कि इनके पीछे सभी आरोपियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करेंगे। हमने बैठक बुलाई थी जिसमें सर्वसम्मति से सभी वकीलों के ख़िलाफ़ कार्रवाई कर उनकी सदस्यता तुरंत प्रभाव से रद्द करने का फैसला लिया गया है। हम उनका नाम बार काउंसिल भी भेजेंगे जहां से उनका लाइसेंस निलंबित कराएंगे।