मध्यप्रदेश के झाबुआ में एक सरकारी छात्रावास में आदिवासी लड़कियों से यौन उत्पीड़न के मामले में एसडीएम को गिरफ्तार किया गया है। एसडीएम पर नाबालिग छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा है। एसडीएम का नाम सुनील कुमार झा है।
गर्ल्स हॉस्टल की अधीक्षक ने जो शिकायत दर्ज करवाई है उसके बारे में बताते हुए पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने कहा कि एसडीएम पर आरोप है कि उन्होंने नाबालिग लड़कियों के सामने गंदी हरकत की है। शिकायत के आधार पर सुनील कुमार झा के खइलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354, 354A तथा पॉक्सो और एसटी एसटी ऐक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
प्राथमिकी के मुताबिक, आरोपी ने छात्रावास में रहने वाली 11 से 13 साल की लड़कियों को कथित तौर पर गलत तरीके से स्पर्श किया और चूमा तथा उनके मासिक धर्म के बारे में सवाल पूछे। इस बीच, झाबुआ के जिलाधिकारी की ओर से प्रस्तुत एक रिपोर्ट के आधार पर इंदौर संभागीय आयुक्त पवन कुमार शर्मा ने मध्य प्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के तहत आधिकारिक कर्तव्यों के पालन में घोर लापरवाही का हवाला देते हुए अधिकारी को निलंबित कर दिया है।
इन लड़कियों की उम्र 11 से 13 साल की ही है। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में इन लड़कियों ने एसडीएम सुनील झा पर आरोप लगाए कि उन्होंने कमर में हाथ डालने, बालों को सुंघकर पूछने और सिर पर किस करने के साथ यह भी पूछा कि तुम्हारा पीरियड कब आता है और कौन-सा पैड इस्तेमाल करती हो। एक लडक़ी को जोर से गले लगाया और उसका गाल भी खींचा। इस तरह की अश्लील हरकतें इन लड़कियों के साथ सुनील झा ने की।
इससे पहले इंदौर में एसडीएम के रूप में पदस्थ रहते सुनील कुमार झा ने महिला बीएलओ के साथ भी बदतमीजी करते हुए अपशब्द कहे थे और महिला बीएलओ को थोड़ी देर अपने पास बैठकर चले जाने की बात कहते हुए पर्सनल नम्बर भी देने के प्रयास किए थे।