ओडिशा के बालासोर रेल हादसे में सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। इसके साथ केंद्रीय एजेंसी ने मामले की जांच का जिम्मा उठा लिया है। शुरूआती जांच में सामने आया है कि इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेड़छाड़ की गई है। गौरतलब है कि शुक्रवार यानि दो जून को कोरोमंडल एक्सप्रेस भयानक हादसे का शिकार हो गई थी। इसमें 278 लोगों की जान चली गई।
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने घटना को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि घटना टीएमसी की साजिश है। सीबीआई जांच से ममता बनर्जी डर क्यों रही हैं? हादसा दूसरे राज्य में हुआ है तो ममता बनर्जी जांच से घबरा क्यों रहीं हैं? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि टीएमसी ने पुलिस की मदद से दो रेलवे अधिकारियों के फोन टैप कर लिए। उन्हें दोनों अधिकारियों की बातचीत के बारे में जानकारी कैसे लगी? बातचीत कैसे लीक हुई, यह भी जांच का विषय है। सीबीआई जांच के दौरान इसकी भी जांच होनी चाहिए, नहीं तो मैं कोर्ट जाऊंगा।
डीआरएम रिंकेश रे ने कहा कि फिलहाल 200 से कम लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि 278 शवों में से 177 की पहचान कर ली गई है, जबकि 101 शवों की पहचान की जानी बाकी है और इन शवों को छह अलग-अलग अस्पतालों में रखा गया है। उन्होंने ने कहा कि रेलवे ने लापता व्यक्ति का पता लगाने के लिए ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में लोगों को तैनात किया है। उन्होंने कहा कि शवों को वैज्ञानिक तरीके से संरक्षित किया जाएगा।
बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो ने मंगलवार को आधिकारिक तौर पर ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे की जांच अपने हाथ में ले ली है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बताया था कि रेलवे बोर्ड ने ओडिशा के बालासोर जिले में हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे की केंद्रीय जांच ब्यूरो जांच की सिफारिश की है। 2 जून को हुए इस हादसे में करीब 278 लोगों की मौत हो गई और 1,100 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। रेल मंत्री ने यह भी बताया था कि दुर्घटना के मूल कारण और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है।