बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के ‘कुत्ता-बिल्ली’ वाले बयान पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने तीखा पलटवार किया है। मायावती ने कहा कि ऐसी ही आपत्तिजनक ‘संघी’ भाषा का इस्तेमाल गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान भी किया गया था। जहां जनता ने उन्हें जोरदार चाबुक लगाकर हार का कड़ा सबक सिखाया।
मायावती ने कहा कि गोरखपुर और फूलपुर में हार मिलने के बावजूद बीजेपी के बड़े नेता अपनी आपराधिक मानसिकता और संघी चाल के आगे मजबूर नजर आ रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लिया।
मायावती ने कहा, ‘अमित शाह का बयान दिखाता है कि गुरु (नरेंद्र मोदी) और शिष्य (अमित शाह) के नेतृत्व में बीजेपी का स्तर किस हद तक नीचे गिर गया है।’
इससे पहले अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी के 38वें स्थापना दिवस के मौके पर मुंबई में कहा था कि जब बाढ़ आती है तो जंगल में हर पेड़ गिर जाता है और वट वृक्ष खड़ा रहता है। जब बाढ़ आती है तो सांप-कुत्ता-बिल्ली सब अपने आप को बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ जाते हैं।
शाह ने कहा था कि मोदी की बाढ़ के डर से सांप-नेवला-कुत्ता एक साथ होकर चुनाव लड़ रहे हैं। आज मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार 20 से अधिक राज्यों में है। 2019 में एक बार फिर बीजेपी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
अमित शाह का बयान दिखाता है कि गुरु (नरेंद्र मोदी) और शिष्य (अमित शाह) के नेतृत्व में बीजेपी का स्तर किस हद तक नीचे गिर गया है