कर्नाटक में पिछले एक महीने से चल रहा सियासी संकट आज खत्म हो गया है। कर्नाटक विधानसभा में येदियुरप्पा सरकार को बहुमत मिल गया है। कर्नाटक विधानसभा में येदियुरप्पा सरकार को बहुमत मिल गया है।इस दौरान विपक्ष ने मत विभाजन की मांग नहीं की है।येदियुरप्पा सरकार ने यह बहुमत ध्वनिमत से जीता।
येदियुरप्पा सरकार ने फ्लोर टेस्ट की मुश्किल पार कर ली है। येदियुरप्पा सरकार सदन के फ्लोर टेस्ट में पास हो गई है। 207 विधायकों वाली कर्नाटक विधानसभा में बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा पार करना था, जिसे भाजपा सरकार ने पार कर लिया है। भाजपा के पास सदन में अब 105 विधायक हैं।
इससे पहले जेडीएस नेता और पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने सदन में बोलते हुए कहा, ‘मैं 14 महीने तक सरकार में रहा। मुझे आपके (बीएस येदियुरप्पा) सवालों के जवाब देने की कोई बाध्यता नहीं है। मुझे अपनी अंतरात्मा की आवाज का जवाब देने की जरूरत है। पिछले 14 महीनों से सब कुछ दर्ज किया जा रहा था। लोग जानते हैं कि मैंने क्या काम किया है।’
आपको बता दें कि अभी 207 विधायकों वाली विधानसभा है, जिसमें बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा चाहिए था और बीजेपी के पास 105 विधायक हैं। विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने के बाद पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने बीजेपी से कहा कि आप अब लोग सरकार में हैं, इसलिए विधायकों पर इस्तीफे का दबाव बनाना खत्म कीजिए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार बढ़िया काम करती है तो वह सरकार को समर्थन करेंगे।
हालांकि विश्वास मत से पहले विधानसभा में सिद्धारमैया ने कहा कि येदियुरप्पा कभी भी जनता के आशीर्वाद के साथ सीएम नहीं बने हैं, ना आपके पास 2008 में बहुमत था, ना 2018 में और ना ही अब, जब उन्होंने शपथ ली तो सदन में 222 विधायक थे, लेकिन बीजेपी के पास 112 विधायक कहां हैं. उन्होंने कहा कि आप मुख्यमंत्री तो रहेंगे, लेकिन उसकी भी कोई गारंटी नहीं है. आप बागियों के साथ है, लेकिन क्या आप सरकार चला सकते हैं. मैं आपके विश्वास मत के प्रस्ताव का विरोध करता हूं।