बीजिंग: जैसे की हम सब जानते हैं की भारत के पडोसी मुल्क चीन की सरकार कार्ल मार्क्स की नीतियों पर चलती है। जर्मन दार्शनिक कार्ल मार्क्स के जन्म की 200वीं वर्षगांठ के मौके पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ग्रेट हॉल में एक कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस मौके पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है की वह कार्ल मार्क्स के सिद्धांतों पर चलती रहेगी। उनके सिद्धांत आज भी पार्टी के लिए प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा शी, ने कहा है कि पार्टी को अपनी समाजवादी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए क्योंकि यह चीनी राष्ट्र के महान कायाकल्प को प्राप्त करने के लिए काम करता है।
इस दौरान शी ने पार्टी के सभी सदस्यों को मार्क्सवादी कार्यों के पढ़ने और सिद्धांतों की जीवन शैली को समझने के लिए भी निर्देश देते हुए कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के झंडे पर मार्क्सवाद लिखना बिल्कुल सही था। जोकि आधुनिकीकरण को बढ़ावा देता है। शी ने कहा कि पार्टी आधुनिक सिद्धातों पर चलती है मगर कार्ल मार्क्स को भूल नहीं सकती।
उनका मानना है आज के वक़्त में चीन सबसे बड़ा आत्मनिर्भर देश है। समाजवादी देश, आधुनिक पूंजीवादी समाज की सभी चीजों को व्यापक रूप से शहरी अभिजात वर्ग और ग्रामीण गरीबों के बीच भारी अंतर के रूप में प्रदर्शित करता है।
गौरतलब है कि साल 2012 में सत्ता में आए शी को चीनी नेता माओ जेदांग के बाद सबसे शक्तिशली नेता के रूप में देखा जा रहा है।
आपको बता दें की कार्ल हेनरिख मार्क्स एक जर्मन दार्शनिक, अर्थशास्त्री और वैज्ञानिक समाजवादी थे। इनका जन्म 5 मई 1818 को एक यहूदी परिवार में हुआ और उनकी मृत्यु 1883 में हुई।