पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद के पार्टी में लौटने की संभावना है। क्योंकि वापसी को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। आज़ाद ने कांग्रेस के साथ अपने 52 साल के लंबे रिश्ते को छोड़ कर अपने नए राजनीतिक संगठन डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी की घोषणा की थी।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान आजाद ने दावा किया कि केवल कांग्रेस ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला कर सकती है। इस बीच, आजाद ने कहा था कि वह कांग्रेस की नीति के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इसकी कमजोर
व्यवस्था से उन्हें दिक्कत है। आजाद के बयान के बाद, कांग्रेस के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा के संयोजक दिग्विजय सिंह ने खुले तौर पर आजाद को यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया, जिसके बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष जी23 के नेता अखिलेश प्रसाद सिंह और भूपिंदर सिंह हुड्डा ने आजाद से संपर्क किया और यात्रा में शामिल होने के अलावा कांग्रेस में उनकी वापसी की वकालत की।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद सहित कई नेता, जो कांग्रेस छोड़कर आज़ाद के साथ चले गए, हाल ही में आज़ाद को छोड़ चुके हैं। गौरतलब है कि पार्टी ने हाल ही में सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह को बिहार कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में कांग्रेस की कमान संभाली हुई है। सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा में कई नेता शामिल होंगे।
वहीं, इस्तीफे में आजाद के राहुल गांधी पर किये तीखे हमलों से परिवार नाराज है, फिर भी पार्टी आजाद को घर वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए अखिलेश प्रसाद सिंह, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अंबिका सोनी को आजाद और कांग्रेस के बीच की खाई को पाटने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मामले के जानकार लोगों के मुताबिक अंबिका सोनी ने आजाद से पहले यात्रा में आने और फिर राहुल गांधी से बात करने को कहा है।