राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल की चुनौती को स्वीकार कर लिया है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि विपक्ष के नेताओं का एक समूह और मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आने के आपके निमंत्रण को स्वीकार करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस दौरे के लिए हमें किसी विशेष विमान की जरूरत नहीं है, बस आप घाटी में हमारे घूमने और आम लोगों से मिलने की आजादी सुनिश्चित कर दें। उन्होंने आगे कहा कि राज्यपाल मुख्यधारा के नेताओं और वहां तैनात जवानों से हमारी मुलाकात सुनिश्चि करें।
इससे पहले राहुल गांधी ने घाटी से हिंसा की खबरें आने की बात कही थी। उन्होंने मीडिया के हवाले से खबरों को जिक्र करते हुए कहा था कि कुछ जगहों पर हिंसा की खबरें है। उन्होंने कहा था कि इस पर पीएम मोदी को पारदर्शी तरीके से इस मामले पर चिंता व्यक्त करनी चाहिए।
राहुल गांधी के इस बयान पर वहां के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा था कि वे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को घाटी का दौरा कराने और जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए विमान भेजेंगे।