महाराष्ट्र के पूर्व CM उद्धव ठाकरे ने रविवार को बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिनका स्वतंत्रता संग्राम से कोई संबंध नहीं है और जो जानवरों की प्रवृत्ति के हैं, उन्हें 2024 में दफन कर देना चाहिए। हमें शपथ लेनी है कि हम भारत माता को फिर गुलामी के चंगुल में नहीं आने देंगे। अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो 2024 का चुनाव आखिरी होगा।
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि क्या गोमूत्र छिड़क कर हमारे देश को आजादी मिली थी? क्या ऐसा हुआ कि गोमूत्र छिड़का गया और हमें आजादी मिली? ऐसा नहीं था, स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया, तब हमें आजादी मिली।
उन्होंने कहा था कि उनके पिता दिवंगत बाल साहेब ठाकरे द्वारा गठित पार्टी को आयोग कभी भी उनसे नहीं छीन सकता। भाजपा को जब राजनीतिक रूप से अछूत माना जाता था तब बाल ठाकरे उसके साथ खड़े हुए थे। इसी बीच उन्होंने भाजपा को चुनौती दी थी कि वह महाराष्ट्र में बाल ठाकरे के बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांगकर दिखाए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने एक रैली में भारी भीड़ जुटने की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘आपने (चुनाव आयोग ने) पार्टी का नाम और चिह्न हमसे छीन लिया, लेकिन आप शिवसेना को हमसे नहीं छीन सकते।’ पार्टी का नाम और चिह्न गंवाने के बाद उद्धव की यह पहली रैली थी। उन्होंने रैली में उपस्थित लोगों से कहा, मेरे पास आपको देने के लिए कुछ नहीं है। मैं आपका आशीर्वाद और समर्थन लेने आया हूं।
बता दें कि शिवसेना को दो धड़ में बंटने के बाद लगातार उद्धव ठाकरे CM एकनाथ शिंदे और भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर हैं। कोर्ट की तरफ से पार्टी का चिन्ह और नाम शिंदे के गुट में चले जाने के बाद उद्धव नई शुरुआत कर रहे हैं।