राजस्थान में पहलू खान की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की भूमिका की जांच होगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अब कोर्ट में पहलू खान जैसे मामलों की मॉनिटरिंग सरकार करेगी। सीएम गहलोत ने कहा कि पहलू खान की हत्या के मामले में वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पिछली बीजेपी सरकार की भूमिका की भी जांच की जाएगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पहलू खान मामले में पिछली सरकार ने लापरवाही की। तभी आरोपियों के खिलाफ सबूत नहीं मिल सके और वे बरी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अब इस तरह के मामलों की जांच के लिए मॉनिटरिंग सेल बनाई जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘पहलू खान प्रकरण ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था और जिस प्रकार की लापरवाहियां पिछली सरकार ने की वो कोई सोच नहीं सकता। लापरवाही करने की हदें पार कर गए। उसके कारण संदेह का लाभ देते हुए कोर्ट ने मुजरिमों को बरी कर दिया। जो कमी उन्होंने रखी उसे दूर करने के लिए हमने SIT का गठन किया है।’
एसआईटी जांच करेगी और पुलिस की जांच में चूक और अनियमितताओं की पहचान करेगी। टीम का नेतृत्व उप महानिरीक्षक एसओजी नितिनदीप बल्गन करेंगे और इसमें एसपी, सीबी-सीआईडी समीर कुमार सिंह और एडिशनल एसपी, विजिलेंस, समीर दुबे भी शामिल होंगे। यह 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
अलवर की एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को पहलू खान मॉब लिंचिंग के मामले में आरोपी सभी छह लोगों को बरी कर दिया था। संदेह के लाभ पर आरोपियों को छोड़ दिया गया।
गहलोत ने कहा कि पहलू खान की पीटकर हत्या की खबर पहली अप्रैल, 2017 को आई, जबकि प्राथमिकी 16 घंटे बाद दर्ज की गई और शव की चिकित्सीय जांच चार दिन बाद की गई। आरोपियों की गिरफ्तारी में कोई मुस्तैदी नहीं दिखाई गई।
तीन अलग-अलग अधिकारियों ने जांच की और तीनों आरोपियों के बारे में किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे, इसलिए कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। यहां तक कि जिस मोबाइल से उस घटना को फिल्माया गया, उसे जब्त नहीं किया गया। उन्होंने कहा, ‘अब हमारी सरकार इस दिशा में कड़ा कदम उठा रही है। हमने विशेष जांच टीम गठित की है, जो 15 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी।’