नई दिल्ली: हिंदुस्तान में हमेशा मुगल शासकों पर देश को लूटने का आरोप लगता रहा है व कहा जाता रहा है कि मुग़ल इस देश को लूट कर ले गए है, लेकिन अब देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आरोप लगाने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया है जिसको लेकर हंगामा बरप रहा है।
उप राष्टपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को यहाँ मुस्लिमो मुगल शासको की जमकर तारीफ़े की है, उप राष्टपति ने कहा कि मुगल शासको के समय देश की आर्थिक स्थिति सबसे बेहतर थी, मौक़ा था ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआर एंड डी) का 48 वां फाउंडेशन दिवस के इस ख़ास अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए उप राष्टपति नायडू ने ये बात वही कही है।
लगभग तीन सौ सालो इंडिया में मुगल शासक सत्ता में रहे, तेरहवी चौदहवीं शताब्दी से लेकर उन्नीसवीं शातब्दी के मध्य तक. भारत के अधिकांश हिस्सों में मुगलों की सरकारें थी, मुगल शासन के दौरान देश का सकल घरेलू उत्पाद दुनिया का 27 प्रतिशत था. कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए.उप राष्टपति वेंकैया नायडू ने आगे कहा कि, हमे रिचर्ड क्लाइव की महानता के बारे में बताया गया, लेकिन शिवाजी के बारे में कुछ नही सिखाया बताया गया, , “नायडू ने आगे कहा कि कृष्णादेव राय के शासनकाल के दौरान लोगों ने कभी भी अपने दरवाजे पर ताले नहीं लगाए लेकिन अब लोगो को स्मार्ट चाबियाँ और तालो की ज़रूरत पड़ती है. उन्होंने कहा कि हमे हमारी जड़ो में वापस लौटना होगा. उन्होंने कहा हमे सही दिशा की ज़रूरत है.
उप राष्टपति ने कहा कि भारत सदा ही वसुधिव कुतुंबकम (दुनिया एक परिवार है) की नीती पर सदा विशवास करता रहा, शायद यही कारण है कि प्रिंसिपल द्वारा रहता है कि “हर टॉम, डिक और हैरी ने हम पर हमला किया और राज किया है।”
गौरतलब है कि मुग़लशासन के पहले सम्राट ज़हीर उद-दीन मोहम्मद बाबर पंद्रहवीं शाताब्दी में भारत आये थे, और यहीं से शुरू हुआ मुगलशासन, बाबर अफ़गान महादीप बुखारा समरकंद का राजकुमार था। जिसमे 1526 से 1857 तक मुगल साम्राज्य रहा, जोकि एक इतिहासिक तथ्य है कि मुगल शासन के दौरान विश्व की जीडीपी में भारत का 25% योगदान था जोकि आज मात्र घट कर 6% से भी कम है.
उन्होंने कहा कि पुलिस बलों को सही दिशा देने के लिए, हमारी जड़ें वापस लौटना महत्वपूर्ण था। “हमें केवल रिचर्ड क्लाइव की महानता सिखाई गई है। शिवाजी महाराज की महानता कभी नहीं। इसलिए हमें अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए, हमारी जड़ों पर वापस जाना
साभार-हैडलाइन24