वॉशिंगटन: नागरिकता संशोधन विधेयक के बुधवार को राज्यसभा से पास होने के बाद जहां अप्रवासी भारतीय जश्न मना रहे हैं, तो पूर्वोत्तर राज्यों में बिल का जबरदस्त विरोध हो रहा है। वहां आगजनी, सड़कों पर प्रदर्शन, मौत और लोगों के घायल होने की खबरें लगातार सुर्खियां बनी हुई हैं। इस बीच अमेरिकी सांसद आंद्रे कार्सन ने बिल को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है। कार्सन ने कहा कि यह बिल मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने की कोशिश है।
भारत में विवादित नागरिकता संशोधन विधेयक के लोकसभा और राज्यसभा में पारित होने के बाद कार्सन ने यह बयान दिया है। इसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसम्बर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थियों – हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है।
इससे पहले भारतीय अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने अमेरिकी संसद में जम्मू-कश्मीर पर एक प्रस्ताव पेश करते हुए भारत से वहां लगाए गए संचार प्रतिबंधों को जल्द से जल्द हटाने और सभी निवासियों की धार्मिक स्वतंत्रता संरक्षित रखे जाने की अपील की।
वहीं दूसरी तरफ बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमेन ने गुरुवार से शुरू होने वाला अपना भारत का तीन दिवसीय दौरा रद्द कर दिया है। राजनयिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।विदेश मंत्रालय द्वारा पहले जारी सूचना के अनुसार मोमेन को गुरुवार को शाम पांच बजकर 20 मिनट पर यहां पहुंचना था।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने पांच अगस्त जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाकर उसे एक केन्द्र शासित प्रेदश बनाने की घोषणा की थी। पाकिस्तान ने इस पर कड़ा विरोध जाहिर करते हुए, द्विपक्षीय संबंधों को कम कर भारतीय दूत को निष्कासित कर दिया था। वहीं भारत लगातार यह कहता रहा है कि यह स्पष्ट रूप से उसका आंतरिक मामला है। कार्सन ने कहा कि सांसदों के क्रूर ‘कैब’ को पारित करने ङके साथ ही आज, हमने प्रधानमंत्री का एक और घातक कदम देखा।