आज कल चुनाव नज़दीक आने के साथ हर बार की तरह इस बार भी मतदाताओं के तुष्टिकरण का सिलसिला शुरू हो गया है. फ़िलहाल शुरुआत में एक तरफ जहाँ विकास के नाम पर वोट लेने की बात कही जा रही थी, वहीँ अब यह साफ़ हो चुका है कि अगला लोकसभा चुनाव हिंदुत्व के नाम पर लड़ा जाने वाला है. इसके अलावा इस चुनाव में पुराने मुद्दे भी वापस लौटने वाले हैं. मसलन आज कल अयोध्या के मामले को फिर से तूल देने की कोशिश की जा रही है.
शमर्नाक बात यह है कि मीडिया की भूमिका भी इसमें संदिग्ध नज़र आ रही है. बहरहाल, इस बीच यूपी के कैबिनेट मंत्री ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दरअसल हम बात कर रहे हैं ओम प्रकाश राजभर. आपको बता दें कि ओम प्रकाश राजभर तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरते रहते हैं. अभी हाल ही में उन्होंने कहा था कि अयोध्या के नाम पर फिर से अपनी सियासत को परवाना चढाने की कोशिश की जा रही है.
उन्होंने योगी और मोदी पर भी निशाना साधा था. इस बीच अब उन्होंने हाल ही में देवा मेले का भी दौरा किया. इस दौरान उन्होंने वारिस अली शाह की मजार पर चादर भी चढ़ाई. इस दौरान मीडिया से बात चीत करते हुए उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और भाजपा से कोई सड़क या बालू के ठेके को लेकर लड़ाई या मतभेद नहीं है. उन्होंने आगे कहा है कि उनकी प्राथमिकता में मंदिर नहीं बल्कि स्कूल है. तालीम है.
उन्होंने कहा कि सरकार मंदिर पर ध्यान देने के बजाय देश के युवाओं को रोज़गार देना चाहिए. उन्होंने कहा है कि इन सब मामलों के आगे बुनियादी ज़रूरतों को अनदेखा किया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने भाजपा से अलग होने की बात पर जवाब दिया कि फिलहाल वह खुद को सरकार से अलग नहीं करने जा रहे हैं.