लखनऊ (यूपी): अखिलेश यादव के समर्थन के लिए सीएम ममता भी यूपी में है, अखिलेश और दीदी ने आज साझा प्रेस क्रॉन्फेंस भी की।
सीएम ममता ने कहा हाथरस की घटना, उन्नाव की घटना और कोविड के दौरान यूपी में गंगा में फेंके गए शवों के लिए जिम्मेदार लोगों को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा, योगी जी, जब ये हो रहा था तब आप कहाँ थे? योगी जी को उत्तर प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
ममता ने कहा कहा कि मैं आप सभी से सपा का समर्थन करने और उन्हें जीत दिलाने, भाजपा को हराने का आग्रह करती हूं, भाजपा द्वारा किए गए झूठे वादों के झांसे में न आएं,,,, मैं 3 मार्च को वाराणसी भी जाउंगी।
यूपी की जनता का स्वागत करूंगी की भाई अखिलेश ने लखनऊ में बुला के यूपी की जनता से रिश्ता बनाने को मौका दिया है, बीजेपी की रैली सब अच्छे से चलती है लेकिन हमलोगो की नहीं चलेगी, हम अखिलेश मिल कर करते तो लोग आते चुनाव आयोग ने जो कहा हम मान के चलेंगे।
देश का सब से बड़ा राज्य यूपी है, इस राज्य से बीजेपी गई तो पूरा देश से गई, बीजेपी के झूठ बोलने पर वोट देंगे या जो सबको साथ लेकर चलेंगे उनको वोट देंगे।
गंगा माई की पूजा करते है लेकिन कोविड काल में हमारे बंगाल में लाश मिली, लाशें गंगा में फेंकी गई, मैंने लाश उठवाई और अंतिम संस्कार कराया।
जब कोविड में लोग मरते तो योगी जी कहा थे बंगाल में ममता को हराने गए कोविड को हराने नही गए।
पहले माफी मांगो उसके बाद वोट मांगो।
मैनिफेस्टो में स्कूटी का वादा किया है तो मिलेगा, मैंने टैब सायकिल बांटा था।
ममता ने कहा कि बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत पश्चिम बंगाल में लगा दी लेकिन वे दीदी को हरा नहीं पाए, वह कोलकाता से लखनऊ आई हैं लेकिन बीजेपी के लोग खराब मौसम बताकर दिल्ली से यूपी नहीं आ सके, इस बार यूपी में नहीं उतर पाएगी बीजेपी के झूठ के विमान, अखिलेश यादव ने आगे कहा कि सपा के लिए गर्व की बात है कि बंगाल की धरा से ममता हमारे साथ मौजूद है, बंगाल मे मिली जीत पर मैं बधाई दूंगा, ममता ने सांप्रदायिक ताकतों को हराने का काम किया।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने पूरी फौज बंगाल में लगा दी लेकिन फिर नहीं जीत पाई, नारी शक्ति का सम्मान बड़ा है, सपा प्रमुख यही पर नहीं थमें उन्होंने कहा कि दीदी को देख भजपा को बंगाल की याद आ गयी होगी, 10 मार्च को जीत का रसगुल्ला हमसब खायंगे।
गौरतलब है कि अखिलेश के लिए ममता 2022 में सहारा बनी हैं, वहीं ये ममता की बड़ी रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है, दरअसल इसके तहत वो मिशन 2024 के लिए सहयोगी जुटा रही हैं।